भिलाई: छत्तीसगढ़ के भिलाई में मोबाइल गेम खेलते खेलते एक 13 साल की लड़की घर से रुपए और सोना चांदी लेकर विदेश (नेपाल) भाग रही थी। इससे पहले की लड़की वहां पहुंच पाती आरपीएफ ने उसे दिल्ली रेलवे स्टेशन में पकड़ लिया। इसके बाद उन्होंने बच्ची के परिजनों को सूचना दी। परिजन खुर्सीपार पुलिस के साथ बच्ची को लेने बुधवार शाम फ्लाइट से दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक घर से भागी लड़की 9वीं की छात्रा थी। उसके पिता बीएसपी कर्मी हैं।
परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनकी बच्ची घर से 50-60 हजार रुपए और सोना चांदी लेकर 24 जुलाई को घर से किसी के साथ भाग गई है। पुलिस आवेदन लेकर मामले की जांच कर रही थी। इसी दौरान उनकी बेटी की सहेली ने बताया कि वो अलग-अलग नंबर से उसे फोन कर रही है और बता रही है कि वो नागपुर की तरफ गई है। एक दो दिन में नेपाल और फिर वहां से विदेश निकल जाएगी। वो घर नहीं आएगी। उसने गेम का कई पड़ाव पार कर लिया है। उनके द्वारा ही उसे बुलाया गया है। आप नेता जशप्रीत ने बताया कि उन लोगों ने खुर्सीपार थाने में दबाव डाला, तब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और हरकत में आई। टीआई ने रेलवे पुलिस को सूचना दी। 26 जुलाई को लड़की को दिल्ली रेलवे स्टेशन में पकड़ लिया गया है। परिजन उसे लेने के लिए दिल्ली जा रहे हैं।
लड़की के घरवालों ने बताया कि वो मोबाइल में कोरियन गेम वीजीवीएस करके खेलती थी। ये गेम ठीक पबजी की तरह ही होता है। इसे जो भी लोग खेलते हैं उनका एक ग्रुप बन जाता है। गेम खेलते-खेलते इतना ब्रेन वॉश कर दिया जाता है कि खिलाड़ी गेम के हर निर्देश को मानने लगता है। ऐसा ही कुछ इस लड़की के साथ हुआ है। गेम खेलने के दौरान वो किसी दूसरी लड़की से चैट भी करती थी। रेलवे पुलिस ने बताया कि 13 साल की लड़की उनसे ऐसे बात कर रही थी, जैसे वो 20-21 साल की लड़की हो।
नेता जशप्रीत सिंह ने बताया कि लड़की पहले घर से भागकर नागपुर पहुंची। वहां से वो दिल्ली पहुंची। दिल्ली में उसने एक आदमी से आसाम की टिकट लेने में मदद मांगी। उसने बताया कि वो आसाम जाएगी और वहां से नेपाल जाएगी। उस आदमी ने अकेली बच्ची को देख उसकी टिकट तो कटा दी, लेकिन उसे शक हुआ। इसलिए उसने रेलवे पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी थी। परिजनों की शिकायत के बाद रेलवे पुलिस पहले लड़की को खोज ही रही थी। उन्होंने तुरंत बच्ची को आसाम जाने वाली ट्रेन से नीचे उतारा और अपनी देखरेख में रखा है।