बीजापुर। जिले के ग्राम पंचायत पदेड़ा के गायतापारा में आकाशीय बिजली के चपेट में आने से 24 मवेशियों की मौत हो गई। बताया जाता है कि क्षेत्र में भारी भारी बारिश हो रही थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ। हादसे में बाद मवेशी मालिक सदमे में है।
इसलिए गिरती है आकाशीय बिजली
बताते हैं कि आसमान में विपरीत एनर्जी के बादल हवा से उमड़ते-घुमड़ते रहते हैं। ये विपरीत दिशा में जाते हुए आपस में टकराते हैं। इससे होने वाले घर्षण से बिजली पैदा होती है और वह धरती पर गिरती है। आसमान में किसी तरह का कंडक्टर न होने से बिजली धरती पर कंडक्टर की तलाश में पहुंच जाती है, जिससे नुकसान पहुंचता है।
धरती पर पहुंचने के बाद बिजली को कंडक्टर की जरूरत पड़ती है। लोहे के खंभों के अगल- बगल से जब आकाशीय बिजली गुजरती है तो वह कंडक्टर का काम करता है। उस समय कोई व्यक्ति यदि उसके संपर्क में आता है तो उसकी जान तक जा सकती है। बिजली चमकने के दस सेकेंड के बाद उसकी आवाज सुनाई देती है।