नई दिल्ली:– जनवरी को महाकुंभ में संगम पर भगदड़ होने के बाद कई लोग घायल हो गए हैं, वहीं कुछ मौतों की भी खबर आ रही है, क्योंकि बड़ी संख्या में तीर्थयात्री मौनी अमावस्या पर पवित्र स्नान के लिए पहुंचे थे। घायलों को कुंभ क्षेत्र के सेक्टर 2 में बने अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महाकुंभ मेले में मची भगदड़ और भारी भीड़ की वजह से आज यानी 29 जनवरी को अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द हो गया है। कहा जा रहा है कि अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल
मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ को देखते हुए मेला क्षेत्र के चप्पे चप्पे पर सुरक्षा के उपाय किए गए और एआई से युक्त सीसीटीवी कैमरे तथा ड्रोन से लोगों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। वहीं आज मेला क्षेत्र को अगले कुछ दिनों के लिए पहले ही नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, प्रयागराज जिला प्रशासन ने भी स्थानीय लोगों से चार पहिया वाहनों के उपयोग से बचने तथा वरिष्ठ नागरिकों को संगम पर ले जाने के लिए केवल दोपहिया वाहनों का इस्तेमाल करने की भी अपील की है।
इस मौनी अमावस्या के लिए आठ से 10 करोड़ लोगों के 28 से 30 जनवरी तक स्नान करने की संभावना है। अकेले मंगलवार को ही 4।80 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया था। यह संख्या मकर संक्रांति को अमृत स्नान में डुबकी लगाने वाले 3।5 करोड़ लोगों से भी अधिक है। राज्य की योगी सरकार ने कहा था कि उसने मौनी अमावस्या के अवसर पर आज बुधवार को सुबह पौने सात बजे श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा करने की योजना भी बनाई थी।