नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी समेत देश के छह राज्यों में खतरनाक अपराधियों को रखने के लिए हाईटेक जेल का निर्माण किया जा रहा है. दिल्ली में यह जेल नरेला में बनेगी. अंडमान के सेलुलर जेल की तरह व्हील एंड स्पोक डिजाइन पर बनने वाले इस जेल के लिए दिल्ली सरकार ने 20 एकड़ जमीन चिन्हित किया है. इसके बाद निर्माण की कवायद शुरू हो गई है. पूरा निर्माण कार्य दो साल में पूरा कर लिया जाएगा.300 कैदी क्षमता वाले इस जेल में खतरनाक अपराधियों और आतंकवादियों को रखा जाएगा.
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हाल ही में दिल्ली समेत देश के छह राज्यों को इस तरह के हाईटेक जेल का ऑफर दिया था. इसी क्रम में दिल्ली सरकार ने नरेला में जेल के लिए जमीन चिन्हित कर केंद्र सरकार को सूचित करते हुए काम शुरू कर दिया है.दावा किया कि इस जेल का निर्माण कार्य दो साल के अंदर पूरा कर लिया जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक यह जेल अत्याधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस होगी. इसके अलावा यहां तैनात होने वाले सुरक्षागार्ड भी बॉडी कैमरे से लैस होंगे. जेल में जैमर की व्यवस्था इन बिल्ट होगी. इस प्रकार की व्यवस्था पहले से अंडमान के ऐतिहासिक सेलुलर जेल में है.
इस जेल के मध्य में सेंट्रल वॉच टॉवर होगा. जहां से चारो दिशाओं में नजर रखी जा सकेगी. यह पूरा कांप्लेक्स स्पोक ऑफ व्हील की तरह नजर आएगा. अधिकारियों के मुताबिक जेल का निर्माण कार्य दो साल के अंदर पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 120 करोड़ रुपये के बजट को मंजूरी दी है. इस जेल का निर्माण कार्य स्टेट ऑफ आर्ट की तर्ज पर होगा.अधिकारियों के मुताबिक इस जेल की मुख्य थीम अपराधी को सजा देना नहीं है, बल्कि उसके जीवन में बदलाव लाकर उसे सुधारना है.
इसके लिए इन कैदियों को जेल में रहने के दौरान सुरक्षा मानकों के पालन के साथ ही उन्हें सुधार करने में जरूरी सहयोग देने की व्यवस्था की जाएगी. उन्हें राष्ट्र की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए काम धंधे का प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसके लिए जेल के अंदर ही उन्हें फर्नीचर, फूड आइटम और क्राफ्ट आदि बनाने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी. इसके लिए उन्हें बकायदा मजदूरी भी दिया जाएगा.