नई दिल्ली:- भारत के औषधि नियामक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के गुणवत्ता परीक्षण में पैरासिटामोल, कैल्शियम और विटामिन डी3 सप्लीमेंट, उच्च रक्तचाप की दवाएं और मधुमेह रोधी गोलियां समेत 50 से अधिक दवाएं फेल हो गई हैं. जिससे उनके इस्तेमाल को लेकर कई चिंताएं पैदा हो गई हैं.
सीडीएससीओ ने अगस्त 2024 के लिए अपनी ताजा मासिक औषधि चेतावनी रिपोर्ट में दर्जनों दवाओं की पहचान ‘मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं चेतावनी’ के तहत की है.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, ये चेतावनी राज्य औषधि अधिकारियों द्वारा विभिन्न प्रयोगशालाओं में किए गए रैंडम मासिक नमूने की जांच के आधार पर जारी की गई. कुल दवाएं सीडीएससीओ के गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में विफल रहीं, जिनकी बाजार में उच्च-बिक्री होती है.
इन दवाओं में पैरासिटामोल , शेल्कल , विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन सी सॉफ्ट जैल, पैन-डी , ग्लिमेपिराइड और टेल्मिसर्टन और कई अन्य शामिल हैं.
इन दवाइयों का निर्माण अल्केम लैबोरेटरीज, हेटेरो ड्रग्स, कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड, हिंदुस्तान एंटीबायोटिक्स लिमिटेड और प्योर एंड क्योर हेल्थकेयर जैसी प्रमुख कंपनियों द्वारा किया जा रहा है.
मेट्रोनिडाजोल भी गुणवत्ता मानकों पर फेल
सीडीएससीओ के गुणवत्ता मानकों पर फेल होने वाली दवाइयों में मेट्रोनिडाजोल भी शामिल है, जो पेट में इंफेक्शन के इलाज के लिए बहुत ज्यादा रिकमेंड की जाती है. इसका निर्माण हिंदुस्तान एंटीबायोटिक लिमिटेड द्वारा किया जाता है.
क्वालिटी टेस्ट में फेल होने वाली दवाइयों की सूची में टोरेंट फार्मास्युटिकल्स की शेल्कल भी शामिल है, जो एक लोकप्रिय कैल्शियम और विटामिन डी3 सप्लीमेंट है. इसके अलावा अल्केम हेल्थ साइंस के एंटीबायोटिक्स क्लैवम 625 और पैन-डी को कोलकाता स्थित ड्रग-टेस्टिंग लैब द्वारा नकली माना गया.
इसी लैब ने गंभीर जीवाणु संक्रमण वाले बच्चों को दी जाने वाली सेपोडेम एक्सपी 50 ड्राई सस्पेंशन को घटिया करार दिया है.
इसके अलावा सूची में कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड की पैरासिटामोल की गोलियां भी शामिल हैं.
पहली सूची में कुल 48 दवाइयां
सीडीएससीओ ने उन दवाइयों की दो सूचियां साझा की हैं जो गुणवत्ता परीक्षण में फेल हुई हैं. पहली सूची में कुल 48 दवाइयां शामिल हैं, जिन्हें ‘मानक गुणवत्ता का नहीं’ घोषित किया गया है.
दूसरी सूची में पांच दवाएं शामिल हैं. इन दवाइयों के निर्माताओं के लिए कॉमल में लिखा गया है, वास्तविक निर्माता ने सूचित किया है कि दवाइयों का विवादित बैच उनके द्वारा निर्मित नहीं किया गया है और यह एक नकली दवा है. उत्पाद नकली होने का दावा किया जाता है. हालांकि, यह जांच के नतीजे पर निर्भर करता है.