नई दिल्ली। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी की ओर से पीएम मोदी को दिए गए इस उपहार को लेकर अकाली दल ने पीएम से अपील की है कि अगर इस तोहफे को नहीं रखना है तो इसे शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधन समिति को वापस कर दिया जाए.
अकाली दल के वरिष्ठ नेता सुखबीर सिंह बादल ने स्वर्ण मंदिर के मॉडल की नीलामी पर बुधवार को दुख जाहिर करते हुए कहा की यह अपमानजनक है. उन्होंने कहा है अकाल पुरख और गुरु साहिबों के उपहार और आशीर्वाद के पवित्र प्रतीक को नीलाम करना घोर अपमानजनक है.
आहत होगी सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएं
माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स पहले पर सुखबीर सिंह ने लिखा, “इस फैसले से सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएं भी आहत होंगी.” उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी को स्वर्ण मंदिर का मॉडल उपहार के तौर पर गुरु साहिबों के आशीर्वाद के प्रतीक के रूप में दिया गया था. सुखबीर सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी से तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप कर नीलामी रोकने और स्वर्ण मंदिर के मॉडल को शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधन समिति को वापस सौंपने की अपील की है. पूर्व केंद्रीय मंत्री बादल ने इस मामले में पीएम मोदी से तत्काल कदम उठाने की भी अपील की है.
वर्चुअल तरीके से हो रही PM के उपहारों की नीलामी
आपको बता दें कि पीएम मोदी को मिले उपहारों की नीलामी पिछले पांच सालों से लगातार हो रही है. इससे हासिल होने वाली धनराशि का इस्तेमाल नमामि गंगे प्रोजेक्ट में किया जाता है. यह पांचवा साल है, जब नीलामी की बोली लगाई जा रही है. इस बार पीएम मोदी को मिले 912 तोहफों को दिल्ली के नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में नीलामी के लिए रखा गया है, जिसमें स्वर्ण मंदिर की प्रतिकृति भी है.