कौशिक ने आगे कहा, सर्वे में कुल 12 क्षेत्रों में 125 से ज्यादा बिंदुओं पर फेक्चुअल आंकड़ों के माध्यम से रिपोर्ट तैयार की गई है. इस सर्वे में किसी भी प्रकार का ऐसा आंकड़ा नहीं लि या गया है, जो सत्य नहीं है या किसी विचार पर या मान्यता पर आधारित है. इस वर्ष के सर्वे के नतीजों में कुल 20 बड़े राज्यों में छत्तीसगढ़ 16वें स्थान पर है छत्तीसगढ़ की बदहाली का इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है? जिस कांग्रेस सरकार का दावा यह रहता है कि विश्व में अगर कोई सबसे अच्छी सरकार चल रही है तो वह कांग्रेस की सरकार है, जबकि वह अपने ही देश में लगभग राज्यों से पिछड़ गई है.
आगे कौशिक ने बताया कि, छत्तीसगढ़ को कुल 2080 अंकों में मात्र 899.7 अंक ही मिले हैं, जो कि 43 प्रतिशत होता है. वे अपनी भाषा में कहें तो यह सरकार लोवेस्ट सेकंड डिवीजन में चल रही है.
छत्तीसगढ़ 20 राज्यों में इकानॉमी के मामले में 17वें, इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में 18वें ,हेल्थ के मामले में 15वें गवर्नेंस के मामले में 7वें, शिक्षा मामले में 9वें, कानून व्यवस्था में 11वें, इंक्लूसिव डेवलपमेंट में 10वें, एंटरप्रेन्योरशिप में 16वें, टूरिज्म में 19वें और एग्रीकल्चर में 19वें स्थान पर है. जिन राज्यों ने पहले से बेहतर परफॉर्मेंस किया है उनकी गणना में भी छत्तीसगढ़ 20 राज्यों में 15वें स्थान पर है.
कौशिक ने यह भी कहा कि, इस सर्वे रिपोर्ट से हमें कोई प्रसन्नता नहीं, बल्कि प्रदेश के लिए औऱ प्रदेशवासियों के लिए चिंता हो रही है. कांग्रेस शासन के इन 4 वर्षों में छत्तीसगढ़ जो विकास की दिशा में तेज गति से आगे बढ़ रहा था उसकी ना सिर्फ गति रुकी है, बल्कि प्रदेश रिवर्स गियर में पीछे चला गया है.
हालात भयावह हो रहे हैं और यह कांग्रेस की सरकार झूठी वाहवाही लूटने के लिए छत्तीसगढ़ के खजाने को खाली कर रही है. अब यह हम नहीं बल्कि यह प्रतिष्ठित रिपोर्ट्स भी कह रही है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश के हित के लिए ,छत्तीसगढ़ की जनता के हित के लिए कांग्रेस सरकार जितनी जल्दी यहां से चली जाए उतना प्रदेश और प्रदेश की जनता का भला होगा.