रायपुर। राज्य सरकार द्वारा रासुका का आदेश जारी करने के खिलाफ भाजपा आंदोलन की राह पर है। जिसकी शुरुआत आज से हो गई। आज रायपुर में इसे लेकर प्रदर्शन कर रही है। बाकी जिलों में भी भाजपा प्रदर्शन करेगी और लोगों को बताएगी की छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने एक बार फिर से आपातकाल लगाने की योजना बनाई है । भाजपा का कहना है कि अपने साम्प्रदायिक तुष्टीकरण की राजनीति के तहत उसने प्रदेश में धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए रासुका लगा दिया है।
अत्यधिक असामान्य परिस्थितियों में उठाये जाने वाले इस कदम ने कांग्रेस की विभाजनकारी राजनीति की पोल खोल दी है
सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि भाजपा ने पूर्व में कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति के बारे में लगातार मामला उठाया था, तब कांग्रेस यह डींगें हांकती थी कि प्रदेश में सब कुछ समान्य है और कानून-व्यवस्था बेहतर है अब आखिर क्या ऐसी परिस्थितियां पैदा हो गयी यह गंभीर कदम उठाना पड़ा ।
सरकार खुद भी अब यह मानती है कि प्रदेश की कानून-व्यस्था उसके नियंत्रण से बाहर चला गया है और लॉ एंड आर्डर मेंटेन रखने के अपने मूल दायित्व को निभाने में सरकार विफल हुई है।
कांग्रेस स्पष्ट तौर पर छत्तीसगढ़ में तुष्टीकरण और धर्मांतरण के एजेंडे पर काम कर रही है। किसी सरकार का काम धर्म और संस्कृति को कुचलना और धर्मान्तरण को बढ़ावा देना नहीं होता, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस धर्मांतरण के पक्ष में अपने अधिकार का सीधे दुरुपयोग कर रही है। वह मिशनरियों के हाथ में खेल रही है।