नई दिल्ली। पाकिस्तान में जन्मे जाने-माने स्तंभकार और लेखक तारेक फतह का 73 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी बेटी नताशा फतह ने सोमवार को इसकी पुष्टि की। वह कैंसर से पीड़ित थे। पाकिस्तान के मशहूर लेखक तारिक फ़तेह जो भारत में एक लंबे वक्त से रह रहे थे। उनका आज निधन हो गया है। उनकी बेटी नताशा फतह ने इसकी जानकारी ट्विटर पर साझा की है। आपको बता दें कि तारिक फ़तेह बीते कई दिनों से कैंसर की बीमारी के चलते अस्पताल में भर्ती
Lion of Punjab.
Son of Hindustan.
Lover of Canada.
Speaker of truth.
Fighter for justice.
Voice of the down-trodden, underdogs, and the oppressed.@TarekFatah has passed the baton on… his revolution will continue with all who knew and loved him.
Will you join us?
1949-2023 pic.twitter.com/j0wIi7cOBF— Natasha Fatah (@NatashaFatah) April 24, 2023
पाकिस्तान के मशहूर लेखक तारेक फतह 20 नवंबर 1949 को आजादी के बाद बने पाकिस्तान के कराची में पैदा हुए थे। वह 1960 और 1970 के दशक के अंत में वामपंथी छात्र आंदोलन के नेता बने रहे। यही वो समय था जब उन्हें पाकिस्तान सरकार द्वारा 2 बार गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद जनरल जिया-उल हक ने 1977 में उन पर राजद्रोह का आरोप लगाया और उन्हें देश में एक पत्रकार के रूप में काम करने से रोका। वह 1987 में कनाडा गए
तारेक फतह के बारे में सबसे खास बात ये थी कि उन्होंने हमेशा अपने भारतीय मूल से संबंधित होने पर गर्व किया।उन्होंने अक्सर अपने साक्षात्कारों में बताया कि वह एक राजपूत परिवार से थे, जिसे 1840 के दशक में जबरन इस्लाम में कन्वर्ट कर दिया गया था। उन्होंने हमेशा ही खुद को पाकिस्तान में पैदा हुए हिंदुस्तानी के रूप में पहचाना। वे इस्लामी कट्टरता के घोर आलोचक थे। इसलिए, वह अक्सर दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा हमला किया गया था।