Central Bank of India कहते हैं कि बैंक में अगर आपका पैसा है तो वह सुरक्षित है और तरह निगरानी में है। लेकिन जब इसकी निगरानी करने वाले ही आपके पैसों का हेर फेर करने लग जाएं तब कौन आपके पैसों की सुरक्षा करेगा ? ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में करोड़ों र रुपए का हेर फेर हुआ है। पूरा मामला यूपी के अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क क्षेत्र स्थित नौरंगाबाद स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से आया है।
खाताधारकों ने जब आरोप लगाया कि उनके पैसों का हेर फेर हुआ है तो इसकी जांच की गई और मालूम चला कि बैंक के लेखा-जोखा में 30 लाख रुपये कम है। इसके बाद ब्रांच मैनेजर और हेड कैशियर को निलंबित कर दिया है। साथ ही साथ पूरे मामले की जांच आईटी की दूसरी टीम का दी गई है।
ख़बरों के मुताबिक, स्थानीय क्षेत्र के कारोबारी मुकेश कुमार व सुमित कारोबार में पार्टनर हैं। दोनों का ही नौरंगाबाद स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में फर्म के नाम से जॉइंट खाता है, जिसमें उनके द्वारा बैंक से कराई गई लिमिट सहित करीब 3 से 4 करोड रुपये खाते में थे। दोनों ही पार्टनर कई दिनों से बैंक खाते का मैसेज नहीं आने पर बैंक के ब्रांच मैनेजर से बैंक स्टेटमेंट मांगने के साथ एटीएम भी मांग रहे थे। जबकि बैंक मैनेजर अमरजीत और बैंक में संविदा पर नौकरी करने वाले सौरव गुप्ता ने कहा कि कोई टेक्निकल खामी होगी, इसलिए मैसेज नहीं आ रहा है।
कारोबारी मुकेश कुमार व सुमित के मुताबिक, जब हमने बैंक पहुंचकर ब्रांच मैनेजर से कहा कि आप हमें हमारी खाते की जानकारी नहीं दे पा रहे, इसलिए हम अपना पैसा दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर रहे हैं। इसके बाद शाम को फर्म के खातों से लिमिट के पैसे के अलावा बैंक में जमा पैसे को खाते में शून्य रकम दिखने लगी। इसके बाद जब वे बैंक गए तो यहां से ब्रांच मैनेजर और सौरव गुप्ता गायब मिले। वहीँ कई अन्य ग्राहकों के खाते से भी रकम गायब थी।
आला-अधिकारियों ने जब मौके पर जाकर पड़ताल की तो 30 लाख रूपए लेखा-जोखा में कम पाए गए। बैंक के कंप्यूटरों पर कमांड नहीं हो पा रहा है। आईटी कि दूसरी टीम बैंक में आकर जांच करेगी। उसके बाद ही बैंक के रुपये के लेखा-जोखा की जानकारी हो सकेगी।