मैं एक शादीशुदा महिला हूं। पिछले साल जून में ही मेरा विवाह हुआ था। यह एक अरेंज मैरिज थी, जिसे मेरे माता-पिता ने ही अपनी सूझबूझ के साथ पक्का किया था।
विवाह के बंधन में बंधने से पहले सब कुछ ठीक था। लेकिन शादी के दूसरे ही दिन मेरे पति का व्यवहार पूरी तरह बदल गया।
वह दिन के 24 घंटे में से मुझसे एक मिनट भी ठीक से बात नहीं करता था। सच कहूं तो हमारे बीच कभी किसी तरह का कोई शारीरिक संबंध भी नहीं बना। एक दिन काफी परेशान होने के बाद मैंने उससे बात करने की कोशिश की।
मैंने उससे पूछा कि वह मेरे साथ इस तरह का बर्ताव क्यों करता है, तो उसने मुझसे कहा कि ‘मैं उसे सुंदर नहीं लगती हूं। वह मुझे प्यार नहीं करता है।
उसने केवल मुझसे इसलिए शादी की क्योंकि उसे डर
कहीं वह मुझसे से भी ज्यादा ‘बदसूरत’ महिला के साथ विवाह के बंधन में न बंध जाए।’ उसकी इन बातों ने मेरा दिल तोड़ दिया।
इस बारे में मैंने अपने ससुराल वालों से भी बात की, तो उन्होंने कहा कि ‘मैं अपनी नौकरी छोड़ दूं ताकि मैं ज्यादा से ज्यादा घर पर समय बिता सकूं।
‘ इन सब बातों की वजह से मैं उदास रहने लगी हूं। मुझे नहीं पता था कि मुझे अपने जीवन में एक दिन इस तरह की स्थिति से गुजरना पड़ेगा।
मैंने अपनी शादीशुदा जिंदगी को लेकर बहुत सपने सजाए थे, जोकि अब सब बिखर कर रह गए हैं।
एक्सपर्ट का जवाब
आप बहुत चुनौतीपूर्ण स्थिति में हैं। मैं समझ सकती हूं कि हर दिन एक ऐसे इंसान के साथ रहना आपके लिए कितना मुश्किल हो रहा होगा, जिसके मन में आपके लिए बिल्कुल भी फीलिंग्स नहीं है।
जैसा कि आपने बताया कि आपका पति आपको स्वीकार नहीं करता चाहता है। उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं? आप उनके लिए क्या महसूस करती हैं?
इसके अलावा, आपके ससुराल वाले भी आपको अपना नौकरी छोड़ने के लिए कह रहे हैं ताकि आप घर पर अधिक समय बिता सकें। ऐसे में मैं आपसे यही कहूंगी कि सुंदरता देखने वालों के मन में होती है। अगर कोई सोचता है कि आप सुंदर नहीं हैं, तो यह उनकी समस्या है आपकी नहीं।
आप इस रिश्ते से क्या चाहती हैं?
आपकी सभी बातों को ध्यान में रखते हुए मैं आपको यही सलाह देना चाहती हूं कि आप सबसे पहले इस बात पर विचार करें कि आप खुद से या इस रिश्ते से क्या चाहती हैं।
सब कुछ जानने के बाद भी क्या आप अपने पति के साथ रहना चाहती हैं? अगर आपने नौकरी छोड़ दी, तो क्या आपके ससुराल वाले आपका साथ देंगे। इन सभी बातों का सही जवाब पाने के लिए सबसे पहले तो अपने साथ कुछ समय बिताएं।
वो सब करें जो आपको अच्छा लगता है। अपनी अपेक्षाओं को अपने पति और ससुराल वालों से व्यक्त करें। उन्हें बताएं कि आप हर दिन कैसा महसूस करती हैं।
इसमें पूरी तरह आपकी मर्जी होनी चाहिए कि आप नौकरी छोड़ना चाहती हैं या नहीं।
परिवार को सब कुछ बताएं
मैं मानती हूं कि जब आपके माता-पिता को आपकी सिचुएशन के बारे में पता चलेगा, तो वह बहुत ही बुरी तरह परेशान हो जाएंगे। लेकिन इसके बाद भी अपने परिवार के सदस्यों माता-पिता या भाई-बहनों से बात करें।
उन्हें अपनी स्थिति के बारे में छोटी से छोटी बात बताएं। ऐसा इसलिए क्योंकि हो सकता है कि आपके पैरेंट्स के बात करने की वजह से चीजें पहले से बेहतर हो जाएं।
यही नहीं, अगर उनके बात करने से भी समस्या नहीं सुलझ रही है, तो मैरेज काउंसलर या साइकोलॉजिस्ट से इस बारे में बात करें। ऐसा करने से आपको अधिक स्पष्टता और समझ हासिल होगी। फिर आप आसानी से अपने लिए कोई सही फैसला ले सकती हैं।