कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद हिजाब पर लगे बैन के खत्म होने की सुगबुगाहट तेज हो गई है. इन सुगबुगाहटों के सच साबित होने की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं. कर्नाटक में नई कांग्रेस सरकार राज्य में हिजाब पर लगे बैन को हटाने वाली है. फिलहाल नई सरकार खुद को काबिज करने और कैबिनेट विस्तार पूरे होने का इंतजार कर रही है. Congress के नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान पहले ही कहा था कि वह बीजेपी के फैसलों पर पुनर्विचार करेंगे.विधानसभा चुनावों के लिए प्रचार करते समय डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने बीजेपी के फैसलों को वापस लेने का ऐलान भी किया था. उन्होंने कहा था कि अगर राज्य में उनकी पार्टी की सरकार बनती है, तो वह हिजाब बैन समेत सांप्रदायिक आधार पर बनाए गए उन सभी कानूनों को वापस लेगी, जिन्हें बीजेपी सरकार ने बनाया था. इससे ये तो पूरी तरह से साफ हो गया था कि अगर कांग्रेस की सरकार बनती है, तो ये मुद्दा उठेगा और पार्टी को इस पर जल्द फैसला भी लेना होगा.
वहीं, जब विधानसभा में बुधवार को डिप्टी सीएम से सवाल किया गया कि एमनेस्टी इंटरनेशन ने कर्नाटक में हिजाब बैन को लेकर चिंता जताई है, इस पर आप क्या कहना चाहेंगे. इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं हिजाब के मुद्दे पर कोई कमेंट नहीं करना चाहता हूं, क्योंकि ये नीतिगत मामला है.’कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बेटे और कैबिनेट मंत्री प्रियांक खरगे ने बुधवार को संवाददाताओं से बात की.