गुवाहाटी। राज्यसभा सांसद अजीत भुइयां ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। असम सीएम ने राज्य में बांग्लादेशी मूल के मुस्लिम निवासियों (मियां) के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। भुइयां ने दिसपुर पुलिस स्टेशन में असम सीएम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। अपनी शिकायत में दावा किया कि सीएम सरमा ने एक विशेष समुदाय के खिलाफ नफरत फैलाने वाला भाषण दिया।
राज्यसभा सांसद द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर में लिखा है, ”हाल ही में पत्रकारों से बात करते हुए असम सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने ऊपरी असम के लोगों से अपील की थी कि वो गुवाहटी आएं और यदि वे ऐसा करते हैं तो वह गुवाहटी से मियां को भगा देंगे। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर भी है।” प्रथम दृष्टया इस तरह के बयानों का उद्देश्य राज्य में विभिन्न समुदायों के बीच विभाजन पैदा करना है और यह स्पष्ट रूप से राष्ट्रीय एकता के लिए हानिकारक है। ऐसा कहा गया है कि बयान को करीब से देखने पर यह स्पष्ट हो जाएगा कि इरादा धर्म और नस्ल के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना था।
भुइयां ने नफरत फैलाने वाले भाषण को देश के सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित करने वाला गंभीर अपराध बताते हुए सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सत्तारूढ़ दल के विभिन्न नेताओं द्वारा एक समुदाय को निशाना बनाने वाले नफरत भरे भाषण पर मामले दर्ज करने का निर्देश दिया है, भले ही कोई शिकायत दर्ज न की गई हो। लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उसी के मद्देनजर, मैं मुख्यमंत्री के उपरोक्त बयान को आपके संज्ञान में लाने के लिए यह प्राथमिकी दर्ज कर रहा हूं और आपसे मामला दर्ज करने का अनुरोध कर रहा हूं। भुइयां के मुताबिक मामले की जांच होनी चाहिए ताकि राज्य में शांति भंग न हो।