कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर डराने वाली खबर सामने आई है. डब्ल्यूएचओ ने मई में घोषणा की थी कि कोविड ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं है लेकिन हाल ही में डब्ल्यूएचओ ने अपने वीकली अपडेट में कहा है कि दुनिया भर में रिपोर्ट किए गए नए कोविड -19 मामलों की संख्या में पिछले महीने 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी देते हुए कहा है, ‘वायरस फैलता रहेगा और म्यूटेट होता रहेगा. इससे अस्पताल में भर्ती होने और कभी-कभी मौत के आंकड़ों में भी वृद्धि देखने भी मिल सकती है. रिपोर्ट किए गए मामलों और मौतों की एकदम सटीक संख्या बताना मुश्किल है क्योंकि महामारी के पहले चरण की तुलना में अभी बहुत कम टेस्टिंग और मॉनिटरिंग हो रही है.’
खतरनाक वैरिएंट को लेकर जताई चिंता
WHO ने बताया, ‘ओमिक्रॉन वैरिएंट के सब-वैरिएंट ईजी.5.1 के कारण अमेरिका और ब्रिटेन में मामले बढ़े हैं. जून 2023 के मध्य में इस ईजी.5 के 7.6 प्रतिशत मामले थे जो जुलाई के मध्य में 17 प्रतिशत से अधिक हो गए थे. यानी कि एक महीने में ही ईजी.5.1 के कुल मामलों में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.‘
भारत में अभी तक ईजी.5.1 वैरिएंट का केवल एक मामला सामने आया है जो मई 2023 में सामने आया था. डब्ल्यूएचओ ने 19 जुलाई 2023 को ईजी.5.1 पर बारीकी ने नजर रखने के लिए कहा था. डब्ल्यूएचओ चीफ टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने चेतावनी दी कि ‘आने वाले समय में अधिक खतरनाक वैरिएंट उभरने का खतरा बना हुआ है जो मामलों और मौतों में अचानक वृद्धि का कारण बन सकता है.’
लक्षण और बचने के उपाय
WHO के मुताबिक, ईजी.5.1 वैरिएंट के मुख्य लक्षण गले में खराश, बहती या बंद नाक, छींक आना, सूखी खांसी, सिरदर्द और शरीर में दर्द हैं लेकिन अधिकांश मरीजों को बुखार और सांस फूलने की समस्या भी हो रही है.
बुजुर्ग, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग और गर्भवती महिलाओं को इस वैरिएंट से जोखिम हो सकता है. वैक्सीनेशन, हाथ साफ रखना, सोशल डिस्टेंसिंग, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना, मास्क पहनना इस वैरिएंट से बचने का अच्छा ऑपशंस है. अगर किसी को किसी भी प्रकार की सांस संबंधी बीमारी है तो घर पर रहना उसके लिए अच्छा तरीका है.