वाराणसी : हिन्दू धर्म में दान का विशेष महत्व होता है। इस सावन में श्री काशी विश्वनाथ धाम में दान के सारे रिकॉर्ड टूट गए।
पिछली बार की अपेक्षा श्रद्धालुओं ने पांच गुना ज्यादा चढ़ावा चढ़ाया है। सावन में 1.63 करोड़ 17 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई और 16.89 करोड़ रुपये दान दिया है। श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा के मुताबिक, वर्ष 2022 में सावन के दौरान 3.40 करोड़ 71 हजार 065 रुपये का चढ़ावा आया था। इसका मतलब है कि 2023 में चढ़ावा पांच गुना बढ़ गया है।
बढ़े भक्त तो बढ़ गया दान
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का नव्य-भव्य स्वरूप में आना ऐतिहासिक घटना रही तो लोकार्पण के बाद का दो साल भी कई मायने में ऐतिहासिक रहा।
इसमें सबसे खास रहा श्रद्धालुओं की संख्या का लगभग 20 गुना हो जाना। श्री काशी विश्वनाथ धाम पहले 3000 स्क्वायर फीट में था। अब दायरा पांच लाख स्क्वायर फीट का हो गया है। मूलभूत सुविधाएं भी बढ़ी हैं। इससे बाबा के दर्शन में सुगमता आई है।
इससे श्रद्धालुओं की संख्या में कई गुना इजाफा हुआ। दान भी बढ़ा है। इस बार अधिकमास की वजह से सावन करीब दो महीने का था।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण के बाद मंदिर न्यास ने सुविधाएं बढ़ाईं। पेयजल, छाया, मैट सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं का इंतजाम किया। सफाई पर विशेष ध्यान दिया। सुगम दर्शन के लिए 50 कर्मचारी कार्यरत हैं। सफाई व्यवस्था में दो सौ कर्मियों व दर्शनार्थियों की बेहतर सुरक्षा, सुविधा के लिए सौ कर्मियों को लगाया गया है।
श्री काशी विश्वनाथ धाम में विभिन्न स्थानों पर दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए लॉकर व हेल्प डेस्क स्थापित किए गए हैं। वृद्ध व दिव्यांग श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निःशुल्क व्हीलचेयर की व्यवस्था है।