नई दिल्ली। पिछले कुछ सालों से मुकेश अंबानी रिलायंस रिटेल को देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी और फैशन कंपनी बनाना चाहते हैं. रिलायंस रिटेल लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2022-23 में बैंकों से 32303 करोड़ रुपये का कर्ज लिया है. अपने कारोबार को तेजी से बढ़ाने के लिए रिलायंस रिटेल लिमिटेड ने तेजी से कई कंपनियों का अधिग्रहण किया है, साथ ही कई नए ब्रांड भी जोड़े हैं. पिछले वित्त वर्ष में रिलायंस रिटेल द्वारा लिए गए 32,303 करोड़ रुपये के कर्ज में से 19,243 करोड़ रुपये का कर्ज गैर-वर्तमान दीर्घकालिक उधार के आधार पर लिया गया था.
यह जानकारी रिलायंस रिटेल लिमिटेड की वार्षिक रिपोर्ट में दी गई है. मार्च 2022 तक रिलायंस रिटेल पर 1.74 करोड़ रुपये का कर्ज था. रिलायंस रिटेल ने रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड से 13304 करोड़ रुपये का लॉन्ग टर्म लोन लिया है. एक साल पहले के 70943 करोड़ रुपये की तुलना में अब रिलायंस रिटेल पर 73 फीसदी ज्यादा कर्ज है. साल 2023 में रिलायंस रिटेल लिमिटेड का शुद्ध कर्ज 73 फीसदी बढ़ गया है. रिलायंस रिटेल वेंचर्स के कर्ज में इतनी तेज बढ़ोतरी का कारण पूंजीगत व्यय में आक्रामक बदलाव है.