जयपुर:
दांतारामगढ़ सीट: पति-पत्नी हैं एक-दूसरे के खिलाफ
राजस्थान विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक रोचक मुकाबला दांतारामगढ़ सीट पर है। यहां कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह के सामने उनकी पत्नी रीटा चौधरी जन नायक जनता पार्टी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। वहीं भाजपा ने गजानन्द कुमावत को मैदान में उतारा है।
वीरेंद्र के पिता नारायण सिंह कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं। साल 2018 में उन्होंने चुनावी राजनीति से संन्यास लेकर बेटे वीरेंद्र को चुनाव लड़वाया था। वीरेंद्र चुनाव जीत गए थे। इस बार वीरेंद्र दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं। पिछले एक साल से वीरेंद्र से अलग रह रही उनकी पत्नी रीटा मैदान में हैं।
धौलपुर सीट: जीजा-साली के बीच टक्कर
धौलपुर सीट पर कांग्रेस ने शोभारानी कुशवाह को टिकट दिया है। शोभारानी का मुकाबला अपने जीजा और भाजपा प्रत्याशी शिवचरण कुशवाहा से है।
धौलपुर सीट पर कांग्रेस ने शोभारानी कुशवाह को टिकट दिया है। शोभारानी का मुकाबला अपने जीजा और भाजपा प्रत्याशी शिवचरण कुशवाहा से है।
अलवर ग्रामीण: बाप-बेटी में टक्कर
अलवर ग्रामीण सीट से भाजपा प्रत्याशी जयराम जाटव के खिलाफ उनकी बेटी मीना कुमारी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही है।
भादरा सीट: चाचा-भतीजे है प्रतिद्वंदी
भादरा विधानसभा क्षेत्र में चाचा-भतीजे के बीच मुकाबला है। यहां भाजपा ने संजीव बेनीवाल को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस के टिकट पर उनके भतीजे अजीत बेनीवाल चुनाव लड़ रहे हैं।
खेतड़ी सीट पर कांग्रेस के टिकट पर मनीषा गुर्जर चुनाव लड़ रही हैं। वहीं उनके सामने भाजपा प्रत्याशी के रूप में चाचा धर्मपाल मैदान में है। नागौर सीट पर भाजपा से ज्योति मिर्धा और कांग्रेस से उनके रिश्ते में चाचा हरेंद्र मिर्धा आमने-सामने हैं।
सोजत/बस्सी सीट पर रिश्तेदारों में जंग
सोजत सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में प्रदेश के मुख्य सचिव निरंजन आर्य चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं उनके सामने भाजपा के टिकट पर निकटतम रिश्तेदार शोभा चौहान मैदान में है। बस्सी सीट पर पूर्व आईएएस चंद्रमोहन मीणा भाजपा और पूर्व आईपीएस अधिकारी लक्ष्मण मीणा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों आपस में रिश्तेदार हैं।
दिग्गज नेता भाजपा-कांग्रेस दोनों के लिए मां रहे वोट
दिग्गज जाट नेता रीछपाल मिर्धा एक तरफ तो कांग्रेस के टिकट पर डेगाना से चुनाव लड़ रहे पुत्र विजयपाल मिर्धा के लिए वोट मांग रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ नागौर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही भतीजी ज्योति मिर्धा का प्रचार कर रहे हैं।
खंडार सीट: पिता-पुत्र हैं आमने-सामने
खंडार सीट पर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अशोक बैरवा का उनके पिता डालचंद खुलेआम विरोध कर रहे हैं। पारिवारिक विवाद के कारण डालचंद लोगों से कह रहे हैं कि चाहे किसी को भी वोट देता,लेकिन अशोक की मदद मत करना। उधर चुनाव में भाजपा के 27 और कांग्रेस के बागी पार्टियों के अधिकृत प्रतयाशियों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।