*रायपुर:-* आयुर्वेद के अनुसार किडनी की सेहत बनाए रखना पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। नियमित जीवन शैली की तमाम गतिविधियों के साथ ही शरीर के अंदरूनी फंक्शन की वजह से बॉडी में टॉक्सिन जमा हो जाते हैं। ऐसे में एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए इसे बाहर निकालना बेहद महत्वपूर्ण है। टॉक्सिंस को फिल्टर करने के लिए एक स्वस्थ किडनी की आवश्यकता होती है। किडनी ब्लड को फिल्टर करती है और वेस्ट मटेरियल को यूरिन के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल देती है। इसके साथ ही किडनी बॉडी में फ्लूइड बैलेंस और इलेक्ट्रोलाइट लेवल को मेंटेन रखती है। तली-भुनी मसालेदार और प्रोसेस्ड फूड आइटम्स से दूरी और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से किडनियां सही काम करती रहती हैं। आइए जानते हैं कुछ और दूसरी चीज़ों के बारे में जो किडनी को हेल्दी रखने के लिए हैं जरूरी।किडनी की जिम्मेदारी में खून से बेकार पदार्थों और अतिरिक्त द्रव्यों को बाहर निकालना शामिल है। जिससे शरीर का अंदरूनी संतुलन सही बना रहता है। किडनी का हेल्दी रहना शरीर के कई सारे फंक्शन्स के लिए बेहद जरूरी है। इलाज की पारंपरिक विधि आयुर्वेद में हाइड्रेशन का बहुत महत्व है, जिसके अंतर्गत पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है। जिससे किडनी स्वस्थ बनी रहती हैं। पानी की कमी से किडनी की बीमारियों सहित कई और दूसरे तरह की समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। किडनी की सेहत के लिए हाइड्रेशन क्यों जरूरी है, इसके कुछ प्रमुख कारण यहां बताए जा रहे हैं।आयुर्वेद में केवल पानी पीने की ही सलाह नहीं दी जाती, बल्कि सही समय पर सही मात्रा में पानी पीने के लिए कहा जाता है। शरीर में पानी की मात्रा सही बनाए रखने के लिए यहां कुछ तरीके बताए जा रहे हैं-गर्म पानी के साथ दिन की शुरुआत: अपने दिन की शुरुआत गर्म पानी के गिलास से करें। इससे पाचन तंत्र बढ़िया रहेगा और शरीर से जहरीले तत्व बाहर निकलेंगे।पूरे दिन पानी पिएं: ज्यादा मात्रा में एक साथ पानी नहीं पीना चाहिए। इसके बजाय थोड़ा-थोड़ा पानी पूरे दिन पीते रहें। इससे शरीर हाइड्रेटेड रहेगा और किडनियों पर बोझ भी नहीं पड़ेगा।हर्बल टी: हर्बल टी जैसे- धनिया, सौंफ और जीरा हाइड्रेशन को बढ़ाते हैं और किडनी की सेहत सुधारते हैं। इनमें शरीर से जहरीले तत्व बाहर निकालने का गुण होता है।प्यास पर ध्यान दें: आयुर्वेद के अनुसार, हमें शरीर की भाषा सुननी चाहिए। जब भी प्यास लगे, पानी जरूर पिएं। लेकिन प्यास नहीं होने पर ज्यादा पानी पीने से बचें।