रीवा। लंबे समय तक सीईओ जिला पंचायत कार्यालय में इस स्टोनों के पद पर आसंजित रहे दिवाकर सिंह सेगर की जैसे ही ड्यूटी मतदान अधिकारी के रूप में फील्ड लगाई गई उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
आश्चर्य की बात तो यह है कि जिला पंचायत के मतदान दल गठन के नोडल अधिकारी संजय सिंह ने भी उक्त कर्मचारी को ड्यूटी से बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। जब कोई पैतरा काम नहीं आया तो उन्होंने उक्त कर्मचारी के नाम के आगे सेवा निवृत्ति लिखकर ड्यूटी से पृथक कर दिया।
बताया गया है कि संजय सिंह अपने जातिवाद को महत्व देने के लिए प्रसिद्ध है। यदि नाम के आगे सिंह लिखा है तो वह अपने आप खुद ही सारे पैतरे बताते हैं कि उनको ड्यूटी से कैसे बचाना है।
वही उनकी कलम पर सवालिया निशान तब खड़ा हो जाता है जब अचानक से एक्सीडेंट हुए, करंट मारे, या किसी के घर में कोई व्यक्ति मृत्यु हो गया हो उनकी ड्यूटी नहीं काटी जाती।
बहरहाल दिवाकर सिंह सेगर जो कि संयुक्त संचालक लोक शिक्षण रीवा संभाग रीवा में स्टोनो के पद पर वर्तमान में पदस्थ हैं उनकी ड्यूटी लगी थी और उन्हें सेवानिवृत्ति बता करके काटा गया इस पर अब क्या कार्रवाई होगी इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है