महिलाओं को पेड पीरियड लीव यानी मासिक धर्म के दौरान छुट्टी मिलनी चाहिए या नहीं, इस पर संसद में कल सवाल पूछा गया. जाहिर सी बात है ये वैसी छुट्टी की बात है जहां आपकी तनख्वाह न कटे.महिला और बाल कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने इसका जवाब दिया है और उन्होंने इस विचार को ही खारिज किया है. कहा हि कि सकार इस तरह के किसी भी पेड लीव की तरफ नहीं सोच रही है.ईरानी ने कहा कि यह महिलाओं की जिंदगी का हिस्सा है और इसको हमें दिव्यांगता की तरह नहीं देखना चाहिए. राज्यसभा में सांसद मनोज कुमार झा ने संसद में पेड पिरियड लीव को लेकर सवाल पूछा था. मनोज कुमार झा राष्ट्रीय जनता दल से सांसद हैं और भारतीय जनता पार्टी की सरकार के खिलाफ अपनी आक्रामकता के लिए जाने जाते हैं.
तैयार हो चुका है नया मसौदाईरानी ने कहा है कि अगर महिलाओं को पीरियड के दौरान छुट्टी दी गई तो इससे महिलाओं के प्रति भेदभाव को बढ़ावा मिलेगा. हालांकि मासिक धर्म को लेकर जो हाइजीन की बहस है, उसकी अहमियत को स्मृति ईरानी ने स्वीकार किया. उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किए गए एक मसौदे का भी जिक्र किया. ईरानी ने बताया कि यह मसौदा बहुत से स्टेक होल्डर्स से बातचीत कर के तैयार किय गया है. इसका मकसद देश भर में मासिक धर्म को लेकर जागरूकता फैलाना और हाइजीन से जुड़ी चीजों की पहुंच बढ़ाना है.
स्पेन में है पेड पीरियड लीवपीरियड के दौरान पेड छुट्टी दी जानी चाहिए या नहीं, इसको लेकर बहुत विवाद रहा है. स्पेन ने अपने यहां ये प्रावधान किया है कि पीरियड के दौरान होने वाली दर्द के समय महिलाओं और लड़कियों को छुट्टी दी जाएगी. स्पेन यूरोप में ऐसा करने वाला पहला देश बना है. लेकिन भारत के संदर्भ में अभी सरकार की ऐसी कोई मंशा नहीं है.