New Year 2024: पूरा विश्व इस समय नए साल के इंतजार में है. साल 2023 को लोगों ने अब अलविदा कहना शुरू कर दिया है. कहा जाता है कि नववर्ष अपने साथ नई उम्मीदें, नए रिश्ते और नए मौके लेकर आता है. . लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी भारत के कई ऐसे पड़ोसी देश हैं, जो 1 जनवरी को नया साल सेलिब्रेट नहीं करते हैं.न्यू ईयर ईव पर जगह-जगह पर जश्र का माहौल होता है औ पार्टी का आयोजन होता है. दरअसल, 1 जनवरी को नया साल ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार मनाया जाता है और ये कैलेंडर दुनिया में प्रचलित है.
आइए जानते हैं कि किन देशों में इस दिन नया साल नहीं मनाया जाता है.
सऊदी अरबसऊदी अरब और यूएई समेत ज्यादातर देश इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार ही नया साल मनाते हैं. इस्लामिक नव वर्ष या रास अस-सनाह अल-हिजरिया की तारीख हर साल बदलती रहती है. माना जाता है कि इसी दिन पैगंबर मोहम्मद ने मक्का से मदीना प्रवास किया जाता है.
चीनचीन में चंद्रमा आधारित कैंलेडर को ही माना जाता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि चीन में हर तीन साल पर सूर्य आधारित कैलेंडर से इसका मिलान किया जाता है. चीनी नया साल20 जनवरी से 20 फरवरी के बीच पड़ता है.
थाईलैंडदुनियाभर के लोगों का पसंदीदा देश थाईलैंड भी 1 जनवरी को नया साल नहीं मनाता. यहां पर 13 या 14 अप्रैल को नया साल मनाया जाता है. थाईलैंड की भाषा में इसेसोंगक्रण कहा जाता है. इस दिन लोग ठंडे पानी से एक-दूसरे को नहलाते हैं.
रूस और यूक्रेनभारत का मित्र देश रूस और यूक्रेन के लोग भी न्यू ईयर को पहली तारीख पर सेलिब्रेट नहीं करते हैं. इन दोनों ही देशों में नया साल14 जनवरी को इन जगहों पर नया साल मनाया जाता है.
श्रीलंकाश्रीलंका में भी नया साथ अप्रैल के मध्य में मनाया जाता है. नए साल के पहले दिन को अलुथ कहते हैं. इस दिन लोग नेचुरल चीजों को मिलाकर स्नान करते हैं.