नई दिल्ली : भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि 11 जनवरी को मनाई जाती है। 1966 में उनका निधन हुआ था। शास्त्री जी ने ‘जय किसान, जय जवान’ का नारा दिया था। यह वही प्रधानमंत्री हैं, जिनके आह्वान पर पूरे देश ने एक वक्त का खाना छोड़ दिया था। भारत की आजादी के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री बनें। इस दौरान लाल बहादुर शास्त्री अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव रहे। जब कार्यकाल के दौरान 1964 में जवाहरलाल नेहरू का देहावसान हुआ तो साफ सुथरी छवि के कारण शास्त्रीजी को देश का अगला प्रधानमंत्री बनाया गया।
9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 तक वह लगभग 18 महीने भारत के प्रधानमंत्री रहे। इस दौरान उनका कार्यकाल अद्वितीय रहा। शास्त्री जी का पूरा जीवन ही हर किसी के लिए प्रेरणा है। ईमानदार छवि और सादगी से जीवन जीने वाले शास्त्री जी के विचार आपको भी सही राह पर चलने की सीख दे सकते हैं। लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर उनके अनमोल विचारों को जानें और जीवन में शामिल करें।
यदि कोई भी व्यक्ति हमारे देश में अछूत कहा जाता है तो भारत का सिर शर्म से झुक जाएगा।
देश की तरक्की के लिए हमें आपस में लड़ने के बजाए गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ना होगा।
कानून का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना बरकरार रहे और हमारा लोकतंत्र भी मजबूत बने।
हमारी ताकत और मजबूती के लिए सबसे जरूरी काम है, लोगों में एकता स्थापित करना।
हम खुद के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व की शांति, विकास और कल्याण में विश्वास रखते हैं।