: पद्मश्री, पद्मभूषण, पद्मविभूषण, यह तीनों नागरिक सम्मान भारत में बहुत सम्मान का विषय हैं. यह सम्मान हर साल भारत सरकार 25 जनवरी को घोषित करती है. बाद में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में इसे दिया जाता है. आइए जानते हैं कि आखिर किसे मिलता है पद्म पुरस्कार? क्या है इसकी पूरी प्रक्रिया? तीनों पद्म पुरस्कारों में फर्क क्या है? क्या पुरस्कार पाने वाले को कुछ अतिरिक्त सुविधाएं भी मिलती हैं?क्या किसी को भी मिल सकता है पद्म पुरस्कार? जानिए कब हुई शुरुआत, कैसे करें आवेदन और कौन सी सुविधाएं मिलती हैंभारत सरकार हर साल 25 जनवरी को पद्म पुरस्कारों की घोषणा करती है.
पद्मश्री, पद्मभूषण, पद्मविभूषण, यह तीनों नागरिक सम्मान भारत में बहुत सम्मान का विषय हैं. इनमें से कोई भी सम्मान जब केंद्र सरकार घोषित करती है तो उस परिवार, समाज, शहर के लिए गौरव का विषय होता है. वह व्यक्ति अचानक सामाजिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है. यह सम्मान हर साल भारत सरकार 25 जनवरी को घोषित करती है. बाद में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में इसे दिया जाता है. कार्यक्रम में प्रायः प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, केन्द्रीय मंत्रीगण समेत अनेक विशिष्टजन शामिल होते आए हैं.
आइए जानते हैं कि आखिर किसे मिलता है पद्म पुरस्कार? क्या है इसकी पूरी प्रक्रिया? तीनों पद्म पुरस्कारों में फर्क क्या है? क्या पुरस्कार पाने वाले को कुछ अतिरिक्त सुविधाएं भी मिलती हैं?कब हुई पद्म सम्मान की शुरुआतभारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न है. उसके बाद नीचे के क्रम में पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री आते हैं. हर साल सबसे ज्यादा हस्तियों को पद्मश्री सम्मान से नवाजा जाता है. पद्म सम्मान की शुरुआत साल 1954 में भारत सरकार ने की थी. पहले इसे तीन श्रेणियों में बांटने की व्यवस्था बनाई गई थी लेकिन साल 1955 में इसे पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण नाम दे दिया गया. तब से यही सिलसिला चला आ रहा है.
किसे मिलता है पद्म सम्मान?भारत सरकार ने इसके लिए जो मानक तय किए हैं उनमें कला, साहित्य एवं शिक्षा, खेल, मेडिसिन, सामाजिक कार्य, विज्ञान एवं तकनीक, सिविल सेवा, व्यापार एवं उद्योग के क्षेत्र में असाधारण कार्य करने वाली हस्तियों को दिए जाते हैं. डॉक्टर और वैज्ञानिक, यही दो ऐसे लोग हैं, जो सरकारी सेवा में रहते हुए भी इस सम्मान के हकदार है. बाकी किसी भी सरकारी अधिकारी-कर्मचारी को सेवा में रहते हुए पद्म सम्मान नहीं दिए जाने की व्यवस्था है.
पद्म सम्मान पाने वालों को क्या मिलती हैं सुविधाएं?पद्म सम्मान पाने वाली विशिष्ट हस्तियों को मेडल और प्रमाणपत्र राष्ट्रपति देते हैं. एक प्रतिकृति भी साथ में देने की व्यवस्था है. यह नागरिक सम्मान है, कोई पदवी नहीं. नियमानुसार नाम के आगे या पीछे इसे नहीं लगाया जा सकता है. इस सम्मान के साथ कोई नगद राशि नहीं दी जाती है और न ही किसी भी तरह की रेलवे या एयर फेयर में छूट या कोई और सुविधा मिलती है.
कैसे मिलता है पद्म सम्मान, क्या है पूरा प्रॉसेस?इस सम्मान के लिए कोई भी व्यक्ति खुद आवेदन कर सकता है. सरकार इसके लिए हर साल आवेदन मांगती है. जिस किसी को लगता है कि तय क्षेत्र में उसने शानदार काम किया है तो आवेदन कर सकता है. भारत सरकार आपके आवेदन का परीक्षण करती है. फिर अंतिम फैसला लिया जाता है. कोई व्यक्ति, संस्था भी आपके नाम की सिफारिश कर सकती है. सांसद, विधायक, मंत्री भी आपके नाम की सिफारिश उचित माध्यम से कर सकते हैं. पर, अंतिम फैसला भारत सरकार की ओर से गठित कमेटी ही करती है.
सभी आवेदनों के परीक्षण के बाद अंतिम फैसला सामने आता है.कब मांगे जाते हैं आवेदन?साल 2024 में घोषित होने वाले पद्म सम्मान के लिए एक मई से 15 सितंबर 2023 तक आवेदन मांगे गए थे. इसके लिए सरकार ने एक पोर्टल www.awards.gov.in स्थापित किया है. आप इस पर विजिट भी कर सकते हैं.अब तक कितने लोगों को मिल चुके हैं नागरिक सम्मान?भारत सरकार की वेबसाइट के मुताबिक देश में अब तक सर्वाधिक 3421 पद्मश्री, 1303 पद्मभूषण, 331 पद्मविभूषण दिए जा चुके हैं. कुल 48 भारत रत्न भी दिए जा चुके हैं.