नई दिल्ली : गरीब वर्ग और जरूरतमंद लोगों की आर्थिक या दूसरे तरीकों से मदद करने के लिए सरकार कई तरह की लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएं चलाती है। इन योजनाओं के जरिए लोगों तक लाभ पहुंचाने का काम किया जाता है। जहां किसी योजना में आर्थिक मदद की जाती है, तो किसी योजना में कोई अन्य लाभ दिया जाता है। इसी कड़ी में एक योजना है आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना। इस योजना में मुफ्त इलाज का लाभ दिया जाता है, लेकिन क्या एक परिवार के सभी लोग इस योजना से जुड़कर लाभ ले सकते हैं या नहीं? तो चलिए जानने की कोशिश करते हैं। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में विस्तार से जान सकते हैं…
एक परिवार के कितने लोग बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड?
दरअसल, आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत सबसे पहले पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जाते हैं। इसके बाद कार्डधारक इस कार्ड के जरिए सूचीबद्ध अस्पताल में अपना मुफ्त में पांच लाख रुपये तक का इलाज करवा सकता ।तो इसको लेकर किसी तरह की कोई सीमा निर्धारित नहीं की गई है यानी एक परिवार के सभी लोग भी ये कार्ड बनवा सकते हैं। बशर्ते वे पात्र हों और उनके नाम राशन कार्ड में हो।
पात्रता सूची देख लें:-
आयुष्मान कार्ड कौन बनवा सकता है, इसके लिए एक पात्रता सूची है जिसके मुताबिक…
जो लोग ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं
जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं
जो लोग दिहाड़ी मजदूरी करते हैं
जिसके परिवार में कोई दिव्यांग है
जो लोग अनुसूचित जाति या जनजाति से आते हैं
जो लोग निराश्रित या फिर आदिवासी हैं आदि ये लोग पात्र होते हैं।
आयुष्मान कार्ड बनवाने का तरीका:-
जो लोग पात्र हैं, उन्हें अपने नजदीकी सीएससी सेंटर जाकर संबंधित अधिकारी से मिलना होता है
फिर उन्हें अपने दस्तावेज दें, जिन्हें वेरिफाई किया जाता है और साथ ही पात्रता भी चेक होती है
जांच सही पाई जाने के बाद आवेदन कर दिया जाता है।