नई दिल्ली। लोगों ने लगातार तीसरी बार एनडीए NDA पर अपना भरोसा जताया है! यह भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। मैं जनता जनार्दन को इस स्नेह के लिए नमन करता हूं और उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि हम लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए पिछले दशक में किए गए अच्छे कामों को जारी रखेंगे। मैं अपने सभी कार्यकर्ताओं को उनकी कड़ी मेहनत के लिए भी सलाम करता हूं। उनके असाधारण प्रयासों को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।
लोकसभा चुनाव 2024 की तस्वीर धीरे-धीरे साफ हो गई है। इसी बीच सबसे ज्यादा चर्चा वाराणसी सीट की हो रही है। क्योंकि जिस सीट पर भाजपा ने ऐतिहासिक वोटों से जीत दर्ज करने का एक लक्ष्य रखा था, उसे कहीं न कहीं इंडिया गठबंधन ने ध्वस्त कर दिया है। वाराणसी से कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय भले ही चुनाव हार गए हैं, लेकिन उन्होंने दो बार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कड़ी टक्कर दे दी है। पीएम मोदी ने सिर्फ डेढ़ लाख वोट से जीत दर्ज की है। 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट से एक तरफ जीत दर्ज करने वाले बीजेपी उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को 6 लाख 12 हजार 970 वोट मिले हैं।
वहीं कांग्रेस कैंडिडेट अजय राय को 4 लाख 60 हजार 457 वोट मिले हैं। इंडिया गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार अजय राय वोटिंग शुरू होने के बाद काफी देर तक बीजेपी कैंडिडेट नरेंद्र मोदी से आगे चल रहे थे। जानकारी के मुताबिक काउंटिंग शुरू होने के करीब 2 घंटे तक अजय राय बढ़त बनाए हुए थे, लेकिन उसके बाद नरेंद्र मोदी ने बढ़त बनाई और बढ़त को बरकरार रखा। अजय राय मौजूदा समय में यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष है। जब से अजय राय प्रदेश अध्यक्ष बने हैं, तब से यूपी कांग्रेस में जान आ गई है। यही वजह है कि कांग्रेस ने न केवल वाराणसी में पीएम मोदी को कड़ी टक्कर दी है।