नई दिल्ली:- घर में जब बच्चे का जन्म होता है तो पेरेंट्स और दादी-नानी बच्चे की मालिश पर काफी जोर देती हैं। नवजात जैसे ही 20 से 25 दिन का होता है, वैसे ही परिवार के बड़े-बुजुर्ग बच्चे की रोजाना मालिश करने की सलाह देने लगते हैं। कई बार नए पेरेंट्स बने लोगों को बच्चों की मालिश करना नहीं आता है तो बच्चों की दादी और नानी मालिश करती हैं। बच्चों की मालिश के लिए तेल भी कई घरों में खुद ही बनाया जाता है। लोगों का मानना होता है कि बच्चों की रोजाना मसाज करने से उनके शरीर की मांसपेशियों में ताकत आएगी और हड्डियां मजबूत होंगी। ऐसे में कई लोगों का ये भी सवाल होता है कि क्या मालिश करने से बच्चों की मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होती हैं? इस बारे में हमने नोएडा के कैलाश अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एच. पी. सिंह से बात की है, यहां जानिए डॉक्टर ने क्या सलाह दी है।
क्या मालिश करने से बच्चों की मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होती हैं? –
डॉक्टर ने बताया कि बच्चों की मालिश करने से मांसपेशियां या हड्डियां मजबूत नहीं होती हैं, बल्कि मालिश करने से सिर्फ बच्चे को आराम मिलता है और उसे अच्छी नींद आती है। डॉक्टर ने बताया कि उनके पास कई लोग ऐसे भी आए हैं, जिन्हें लगता है कि उनके बच्चों की नाक बैठी हुई है तो रोजाना नाक की हड्डी की मालिश करते हैं ताकि नाक की हड्डी ऊंची हो जाए। जबकि ऐसा नहीं हो सकता है। डॉक्टर ने बताया कि बच्चे के शरीर की बनावट उसके जीन पर निर्भर करती है, जो कि मालिश करके बदली नहीं जा सकती है। डॉक्टर ने बताया कि मालिश करना बच्चे को आराम देने के लिए अच्छा है।
बच्चों की मालिश करने के फायदे –
डॉक्टर ने बताया कि शिशु की मालिश करते समय इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि आप दवाब देखकर बच्चे की मालिश न करें। ऐसा इसलिए, क्योंकि शुरुआती 3 महीनों में बच्चों की हड्डियां बेहद कमजोर होती है, ऐसे में अगर आप बच्चे की मालिश दवाब डालकर करेंगे तो इससे बच्चे को समस्या हो सकती है। कई बार मालिश के दौरान हुई गलतियों के कारण भी बच्चा चिड़चिड़ा हो जाता है और बिना वजह रोता है। शिशु की मालिश करना अगर आपको नहीं आता है तो डॉक्टर या नर्स से सलाह लें।
1. डॉक्टर ने बताया कि नवजात शिशु के शरीर में तेजी से विकास होता है, ऐसे में मालिश करने से उनको आराम मिलता है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
2. बच्चों की मालिश करने से पेट संबंधी समस्याओं जैसे कब्ज और गैस में आराम मिल सकता है। कई बार बच्चों को कब्ज की शिकायत हो जाती है, ऐसे में मसाज से उन्हें राहत मिल सकती है।
3. शिशुओं की मालिश करने से उनकी नींद की गुणवत्ता यानी क्वालिटी में सुधार होता है और मां-बाप के बीच संबंध को मजबूत करने में मदद मिलती है। बच्चों के लिए नींद उनके अच्छे स्वास्थ्य और विकास के लिए बेहद जरूरी है।
4. शिशुओं की मालिश करने से उनके शरीर में लचीलापन आता है, जिससे उनका शारीरिक विकास सही ढंग से होता है।