नई दिल्ली:– असल जिंदगी की, भाभी और देवर के रिश्तो को बहुत ही खूबसूरती से दिखाया गया है, जिसमें कभी भाई-बहन जैसा प्यार देखने को मिलता है, तो कभी मां-बेटे का। एक और रिश्ता होता है भाभी और देवर के बीच, जिसे दोस्ती कहा जाता है। नोक-झोक भरा ये रिश्ता असल जिंदगी में बहुत ही मजबूत होता है।
लेकिन अगर देवर-भाभी के इस रिश्ते में ही खटास पड़ जाए तो? कभी कभी ऐसा होता है कि घर या बाहर के किसी कारण ये इनके रिश्ते में थोड़ी दरार आ जाती है और बातचीत पहले जैसा न रहकर कम हो जाती है। ऐसे में अगर आप अपने देवर के सामने फिर से दोस्ती का हाथ बढ़ाकर रिश्ते को ठीक करना चाहती हैं तो हमारी बताई इन टिप्स को जरूर फॉलो करें।
जब आप और देवर साथ बैठे हों और आपको समझ न आ रहा हो कि क्या करें, कैसे बात शुरू करें तो देवर से अपने पति और उनके बचपन के बारे में पूछें और अगर वो बताते हैं तो उनकी बातों में इंटरेस्ट दिखाएं, बीच-बीच में एक्साइटमेंट दिखाते हुए सावल भी करें। इससे देवर को भी अच्छा लगेगा और वो बात करने में रुचि दिखाएंगे।
एक घर में रहते हुए कई लोगों को दिक्कतें आ सकती हैं और आप दूसरे घर से आई हैं, ऐसे में आपको कईं प्रॉब्लम हो सकती हैं। अगर आप घर में कभी-कभी देवर को टोकती हैं, तो इससे उन्हें बुरा लग सकता है। इसलिए सबके सामने देवर को टोके नहीं, अगर आपके मन में कोई बात है तो उसे या तो अपने पति से बात करें।
अगर आपको किसी बात की परेशानी है या देवर की किसी बात पर ही गुस्सा हैं तो उसे सीधे उन पर न निकालें। इससे उन्हें और बुरा लग सकता है और वो बात करना पूरी तरह से बंद कर सकते हैं।
इसलिए जो भी बात है उसे या तो अपने पति से शेयर करें या फिर देवर को बैठकर प्यार से ही समझाएं, लेकिन सबके सामने उनपर न चिल्लाएं। यही बात ननद और आपके रिश्ते में भी लागू होती है।
अगर आप सबके सामने ही अपने पति पर गुस्सा करती हैं तो इससे देवर को बुरा लग सकता है, क्योंकि भाई-बहनों का रिश्ता बहुत ही ज्यादा मजबूत और इमोशन से भरा होता है। ऐसे में अगर आप अपने पति से झगड़ा करेंगी तो ननद और देवर का दिल भी दुखेगा। इसलिए कोशिश करें कि हसबैंड से जो भी बात करनी है कमरे में करें सबके सामने नहीं।
जब कोई एक ही घर में रहता है तो बहस होना आम बात है, लेकिन इसके लिए रिश्तों को खत्म नहीं किया जाता है। इसलिए अगर आपके और देवर के बीच भले ही बहस हुई हो, एक बार उनसे बात करने और बॉन्डिंग को फिर से ठीक करने की कोशिश जरूर करें। रिलेशन को ईगो के चक्कर में खराब न होने दें।