बात जब निवेश की होती है तो लोगों के दिमाग में कई बार पहला ख्याल बैंक एफडी का आता है, जिसके तहत एक तय समय सीमा के लिए एकमुश्त पैसा जमा किया जाता है. लेकिन कई लोग ऐसे होते हैं, जो मंथली निवेश का विकल्प खोजते हैं. ऐसे लोगों के लिए रेकरिंग डिपॉजिट को सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है. इसमें जोखिम न के बराबर है या नहीं है. जो भी पैसा आप जमा करते हैं, वह सुरक्षित तरीके से बना रहता है और आपको समय के साथ अच्छा रिटर्न भी मिलता है
.क्या है खासियत?आरडी का निवेश इतना आसान है कि कोई भी खाता खोल सकता है, पैसे जमा कर सकता है और मैच्योरिटी पर पैसे निकाल सकता है. आरडी बचत का ऐसा साधन है जिसमें पैसे बचाने के साथ ही बंपर रिटर्न पाने का मौका मिलता है. आरडी की अवधि जैसे-जैसे निकलती जाती है, खाते में वैसे-वैसे पैसे जुड़ते जाते हैं. अंत में एकमुश्त रकम मिलती है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते. आरडी पर लोन लेने की सुविधा है. आरडी का पैसा ऑनलाइन जमा कर सकते हैं और निकाल सकते हैं. इन सभी विशेषताओं के बावजूद कुछ शर्तें भी हैं जिन पर गौर करना चाहिए.
इस बात का रखें ध्यानआप जब भी आरडी खाता खुलवाएं, इस बात का ध्यान रखें कि सोच-विचार कर ही किस्त जमा करने की तारीख मुकर्रर करें. आरडी की अवधि भी सोच समझ कर ही चुनें. ये दोनों शर्तें ऐसी हैं जिनमें बाद में बदलाव की गुंजाइश नहीं होती. एक बार आरडी खाता खुल जाए तो बाद में उसकी अवधि और किस्त जमा करने की तारीख में बदलाव नहीं कर सकते. अगर बहुत जरूरी हो किस्त की तारीख में बदलाव या अवधि में बदलाव करना तो आपको आरडी खाता बंद करना होगा. आपको समय से पहले आरडी खाता बंद कर नया खाता खुलवाना होगा. समय से पहले खाता बंद करने का जुर्माना आपको भरना होगा.
बाद में नहीं मिलता है मौकाइसलिए आरडी खाता खोलने से पहले उसकी अवधि और किस्त जमा करने की तारीख निर्धारित कर लें. मन बना लें कि किस तारीख को हर महीने पैसे जमा करने हैं जिसमें बदलाव करने की नौबत न आए. यह भी तय कर लें कि कितने साल तक आरडी चलाना है और उतने साल तक पैसे की दिक्कत नहीं होगी. बाद में आपको आरडी की अवधि बदलने का मौका नहीं मिलेगा. आपको खाता बंद कर नया आरडी खाता ही खोलना होगा.अगर आप अपने आरडी खाते में समय पर पैसे जमा नहीं करते या कुछ महीने पेंडिंग छोड़ देते हैं तो बैंक उस खाते को बंद कर सकता है. अगली बार जब दोबारा शुरू करने जाएंगे तो उसका जुर्माना भरना होगा.
समय से पहले खाता बंद करने पर ब्याज उतना ही मिलेगा जो समय से पहले आरडी तोड़ने पर ब्याज दर का नियम होता है. बैंक पहले ही इसकी जानकारी अपने ग्राहकों को दे देते हैं.अब घर बैठे कर सकते हैं निवेशआडी खाता बंद न हो या आपके पास अतिरिक्त पैसे आ गए तो एक से अधिक बार की आरडी की किस्त जमा कर सकते हैं. हालांकि इस बात का ध्यान रखें कि अतिरिक्त पैसे या अधिक किस्त जमा करने पर आपको अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलेगा. ब्याज उसी पैसे पर मिलेगा जो आपकी किस्त होगी. किस्त जमा करने का भी झंझट नहीं क्योंकि अब अधिकांश बैंक नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा देते हैं. कहीं से किस्त जमा कर सकते हैं या कहीं से मैच्योरिटी का पैसा निकाल सकते हैं. बैंकों के ऐप पर जाकर आप किस्त भरने की तारीख और अवधि फिक्स कर सकते हैं. इसके लिए ऑटो डेबिट की सुविधा भी दी जाती है.