माइकल जैक्सन, आज भी पॉप सिंगिंग में दुनिया का सबसे बड़ा नाम है. गायकी से लेकर विवादों तक के लिए मशहूर रहे माइकल जैक्सन का जब निधन हुआ तो वह भी विवादों में फंस गया. हालात ऐसे बन गए कि उनके अंतिम संस्कार में पूरे 40 दिन लग गए. जी हां, 25 जून 2009 को निधन के बाद माइकल जैक्सन का अंतिम संस्कार करीब 70 दिन बाद किया जा सका था. उनकी पुण्यतिथि पर आइए जानते हैं आखिर क्या था पूरा मामला.साल 2009 में 25 जून को दोपहर बाद लगभग 2:30 बजे अचानक खबर आई कि पॉप किंग माइकल जैक्सन नहीं रहे. यह खबर जिसने भी सुनी वह सन्न रह गया. लॉस एंजिलिस में तो हर ओर सन्नाटा छा गया.
वहां कई लोग सड़क पर बेहोश होकर गिरने लगे थे. सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर इतना अधिक लोग माइकल जैक्सन के बारे में लिखने-पढ़ने लगे कि गूगल तक क्रैश हो गया था. हर कोई जानना चाहता था कि सिर्फ 50 साल की उम्र में अचानक माइकल जैक्सन का निधन कैसे हो सकता है.150 साल जीने की थी इच्छामाइकल जैक्सन 150 सालों तक जीने की इच्छा रखते थे. इसलिए वह हमेशा सतर्क रहते थे. घर पर भी उनके 12 निजी डॉक्टरों की एक टीम भी हमेशा रहती थी, जो उनके खान-पान और दवाइयों पर नजर रखती थी. यहां तक कि पॉप किंग का खाना पहले प्रयोगशाला में टेस्ट होता था, फिर उनको परोसा जाता था. ऐसे में हर किसी के दिमाग में यही बात थी कि उनकी मौत कैसे हो सकती है.
इस सदमे में 13 लोगों ने अमेरिका में आत्महत्या कर ली थी. ऑस्ट्रेलिया में सुसाइड से बचने के लिए 50 लोगों ने हेल्पलाइन पर कॉल की, क्योंकि वे भी सदमे में आत्महत्या करना चाहते थे
.?माइकल का दिमाग निकाला गयामाइकल जैक्सन की संदिग्ध हालात में मौत के बाद पुलिस और डॉक्टर उसका सही कारण ढूंढ़ने में जुट गए. माइकल का दिमाग निकालकर उसका पोस्टमॉर्टम किया गया पर डॉक्टर किसी नतीजे पर पहुंच ही नहीं पा रहे थे. ऐसे में घर वाले चाहते थे कि माइकल शव दिमाग के बिना ही दफना दिया जाए. लोगों ने उनको समझाया तो मान गए और किसी नतीजे पर पहुंचने का इंतजार करने लगे. आखिरकार 3 सितंबर 2009 को पॉप किंग का अंतिम संस्कार बेहद निजी तरीके से किया गया, जिसमें केवल 200 लोग शामिल हुए थे.शव चोरी होने के डर से गुपचुप दफनाया गयावास्तव में पॉप किंग माइकल जैक्सन के शव को सोने के ताबूत में दफन किया गया था.
मेकअप आर्टिस्ट ने उनको उसी तरह से तैयार किया था, जैसे वह स्टेज पर परफॉर्मेंस से पहले तैयार होते थे. उनके घरवालों को डर था कि लोगों को अगर पता चल गया कि माइकल का शव कहां दफन है, तो चाहने वाले कब्र खोदकर उनका शव चुरा लेंगे. इसलिए उनको गुपचुप तरीके से दफन करने का फैसला किया गया था. हालांकि बाद में उनका शव कब्र से निकालकर फॉरेस्ट लॉन के ग्रेट माइसीलियम में दफन कर दिया गया, जहां हॉलीवुड की बड़ी हस्तियां दफन हैं.
माइकल जैक्सन की मौत के सदमे में 13 लोगों ने आत्महत्या कर ली. (Getty Images)ड्रग हैवी डोज से आया था हार्ट अटैकबाद में खुलासा हुआ था कि घटना वाले दिन माइकल जैक्सन को नींद नहीं आ रही थी. इस पर उनके निजी डॉक्टर कोनराड मुरे ने उनको एक साथ कई ड्रग की हैवी डोज दी थी, जिससे वह जल्दी सो सकें. कुछ ही समय बाद डॉक्टर मुरे को माइकल जैक्सन को बेसुध पड़े दिखे तो आनन-फानन में सीपीआर दिया पर राहत नहीं मिली. सुरक्षा की दृष्टि से माइकल के घर में सारे लैंडलाइन फोन बंद थे तो डॉक्टर मुरे बाहर भागे और गार्डों से एंबुलेंस बुलाने को कहा.डॉक्टर को पाया गया था गैर इरादतन हत्या का दोषी12:22 बजे कॉल करने के तीन मिनट बाद ही एंबुलेंस आ गई. इसके साथ पहुंचने डॉक्टरों ने जांच की तो पॉप किंग की सांसें थम चुकी थीं. एक बार फिर उनको सीपीआर दिया गया. फिर रोनाल्ड रीगन मेडिकल सेंटर ले जाया गया. वहां दो घंटे की कोशिश के बाद दोपहर 2:26 बजे माइकल जैक्सन को मृत घोषित कर दिया गया. पता चला कि उनकी मौत हैवी दवाइयों के ओवरडोज के कारण आए हार्ट अटैक से हुई थी.
इसके लिए माइकल की मौत के आठ महीने बाद 8 फरवरी 2010 को डॉक्टर कोनराड मुरे को उनकी गैर इरादतन हत्या का दोषी पाया गया था.विज्ञापन की शूटिंग के दौरान जल गए थे बालयह साल 1984 की बात है. जनवरी में माइकल जैक्सन पेप्सी के लिए विज्ञापन की शूटिंग कर रहे थे. तभी एक हादसा हुआ और उनके काफी बाल जल गए. इसके बाद माइकल जैक्सन को स्कैल्प सर्जरी करवानी पड़ी. इसके बाद से ही उनको रेगुलर कुछ पेनकिलर्स खाने पड़ते थे. ऐसा भी कहा जाता है कि ये सारे ड्रग्स थे. बाद में जब उन पर बाल शोषण के आरोप लगे तो वह ड्रग एडिक्ट बन गए. इसके कारण उनकी तबीयत ऐसी बिगड़ी कि 12 नवंबर 1993 को उनको अपने सभी कॉन्सर्ट तक कैंसिल करवाने पड़े थे.
माता-पिता की आठवीं संतान थे माइकल29 अगस्त 1958 को गैरी, इंडियाना में जन्मे माइकल जैक्सन अपनी माता-पिता की आठवीं संतान थे. पूरा परिवार दो कमरों के एक मकान में रहता था. पिता जोसेफ वॉल्टर उर्फ जोई जैक्सन पूर्व बॉक्सर थे और गिटार बजाते थे. माइकल की मां कैथरीन पियानो बजाती थीं, जिससे घर में राशन आता था.