नई दिल्ली:– दलितों तक पहुंचने की तैयारी
कांग्रेस ने राज्य में दलित समुदाय के लिए एक व्यापक आउटरीज कैंपेन की तैयारी शुरू कर दी है। इस अभियान के तहत दलितों के बीच विशेष सदस्यता अभियान, प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में प्रभावशाली दलित हस्तियों की पहचान करना, साथ ही उनके मुद्दों पर बात करने के लिए संभाग स्तरीय ‘सम्मेलन’ और जिला स्तरीय ‘दलित चौपाल’ आयोजित करना शामिल होगा। हाल ही में लखनऊ में राज्य कांग्रेस मुख्यालय में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में राज्य भर के प्रमुख दलित नेताओं के सुझावों को सुनने के बाद 15 दिनों का विस्तृत कार्यक्रम तैयार किया गया।
गोरखपुर से लेकर मेरठ तक सम्मेलन का प्रस्ताव
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया कि हालांकि कार्यक्रम की अभी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन पहले चार सम्मेलन गोरखपुर लखनऊ वाराणसी और मेरठ में आयोजित किए जाने का प्रस्ताव है। रिपोर्ट में पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यह कदम कांग्रेस आलाकमान के निर्देश के बाद उठाया गया है। पार्टी जमीनी स्तर पर अपनी अनुसूचित इकाई को मजबूत करने के लिए संगठन में प्रमुख दलित चेहरों को नई जिम्मेदारियां देने पर भी विचार कर रही है।
अब समाधान खोजने की बारी हमारी’
यूपी कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रमुख और यूपी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष आलोक प्रसाद के अनुसार दलित परंपरागत रूप से हमारे समर्थक रहे हैं, लेकिन बीच में कुछ गलतफहमियों के कारण वे समय के साथ हमसे दूर हो गए। हालांकि, हाल के चुनावों में उन्होंने संविधान के नाम पर या राहुल जी की वजह से हमारा समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर दलित हमारा समर्थन करने के लिए एक कदम बढ़ाते हैं, तो अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम उनसे संपर्क करने के लिए एक और कदम बढ़ाएं। उन्होंने हमारा समर्थन किया। अब उनकी समस्याओं को सुनने और समाधान खोजने की बारी हमारी है।