: अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी के वीडियो और तस्वीरों से इंटरनेट पटा पड़ा है. जहां देखो सोशल मीडिया पर इस आलीशान शादी की ही चर्चाएं हैं. नीता अंबानी के हीरा-पन्ना जड़े हुए जेवर हों या फिर ईशा और श्लोका अंबानी के बेहद खूबसूरत लहंगे हो, इस शादी में नजर आई हर चीज की चर्चा हो रही है. लेकिन क्या आपने इस शान-ओ-शौकत के बीच पैरेंटिंग का वो सबसे जरूरी गुर सीखा, जो अंबानी परिवार ने जाने-अंजाने सिखाया है. बच्चों को कैसे पालना है, बच्चों से क्या कहना है, उनकी जरूरत का कैसे ध्यान रखना है…
ऐसी चीजों पर आपको इंस्टाग्राम से लेकर मोहल्ले की आंटी तक, हर कहीं से ज्ञान मिल जाएगा. लेकिन अंबानी परिवार में हुई इस शादी में सामने आए कई वीडियो अपने आप में पैरेंटिंग की किसी क्लास से कम नहीं हैं.नैनी के भरोसे नहीं, नाना की गोद में दिखे बच्चेअक्सर आपने देखा होगा कि सेलीब्रिटीज चाहे एयरपोर्ट से निकल रहे हों या फिर घर के बार, अक्सर उनके बच्चे केयरटेकर या नैनी संभालते हुए नजर आते हैं. लेकिन अंबानी परिवार में ऐसा कोई केयरटेकर नजर नहीं आया. रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी और नीता अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी की शादी 12 जुलाई को मुंबई में हुई है. जिसमें पूरी दुनिया से बड़ी-बड़ी हस्तियों ने शिरकत की है. लेकिन इस शादी में कई बार मुकेश अंबानी अपनी बेटी ईशा के बच्चों को गोद में खिलाते हुए नजर आए.
वहीं आकाश अंबानी के बेटे को भी साथ लेकर चलते दिखे. ‘ममेरू’ की रस्म के दौरान ईशा अंबानी, उनके पति आनंद पीरामल अपने जुड़वां बच्चों को संभालते, उनके साथ मस्ती करते हुए नजर आए.isha ambani and mukesh ambaniईशा अंबानी अपने दोनों बच्चों को साथ में लेकर भाई की शादी इंजॉय करते हुए. (Photo AP)शादी के हर फंक्शन में अंबानी परिवार के ये बच्चे घर के नाना-नानी, दादा-दादी, मम्मी-पापा की गोद में खेलते और परिवार के बीच खेलते नजर आए.
अपने पूरे परिवार के साथ यूं खड़े नजर आए, मुकेश और नीता अंबानी. श्लोका और आकाश अपने बच्चों को संभालते हुए.पूरी शादी में आकाश, ईशा, श्लोका और अंबानी परिवार अपने बच्चों की देखभाल करता खुद नजर आया.बच्चों को है आपकी जरूरतअक्सर काम पर जाने वाले माता-पिता बच्चों की देखभाल के लिए आया या केयरटेकर रखते हैं. इसमें कोई बुराई भी नहीं है. लेकिन परेशानी तब शुरू होती है, जब काम से लौटने के बाद भी हम बच्चों की पूरी देखभाल केयरटेकरों के भरोसे ही छोड़ देते हैं. ऑफिस से थककर लौटने वाले पैरेंट्स अक्सर व्यस्तताओं का हवाला देकर अपने मोबाइल फोन में बिजी हो जाते हैं.
Ambani familyअपने बेटे पृथ्वी के साथ आकाश अंबानी और उनके पिता मुकेश अंबानी. (मम्मी-पापा अपने बच्चों की बात ध्यान से सुनते भी नहीं हैं. लेकिन बच्चों की अपनी एक दुनिया होती है, जिसकी कई बातें वो करना चाहते हैं. लेकिन बार-बार इग्नोर किए जाने पर बच्चे इन बातों को दबाना शुरू कर देते हैं या फिर बताना ही बंद कर देते हैं. विशेषज्ञ बच्चों से बात करने के लिए ‘9 मिनट थ्योरी’ बताते हैं. दरअसल बच्चों से दिन में कम से कम 9 मिनट जरूर बात करनी चाहिए. 3 मिनट सुबह उठते ही, 3 मिनट स्कूल या डे-केयर से आने के बाद और 3 मिनट रात में सोने से पहले, बच्चों के साथ बात जरूर करनी चाहिए. ये 9 मिनट आपके बच्चे के मानसिक विकास के लिए बेहद जरूरी हैं.