नई दिल्ली:– आपको बता दे की जानकारों के अनुसार16 वीं शताब्दी में 5 विद्वानों का एक समूह था। इस समूह को पंचसखा नाम से जाना जाता था। इसने अपने ज्ञान के बल पर लगभग 318 पुस्तकें लिखी थीं। इस समूह के संत अच्युतानंददास ने भविष्य मालिका नाम की एक पुस्तक लिखी थी, जिसमें कलियुग और दुनिया के विनाश के बारे में कई तरह की भविष्यवाणियां की गईं हैं।
भविष्य मालिका में की गई पुरी के जगन्ननाथ मंदिर और कोरोना पर की कई भविष्यवाणियां सच साबित हुई मानी जाती हैं। ऐसे में किताब में लिखी दूसरी भविष्यवाणियां भी इन दिनों सुर्खियों में हैं, कुछ दिनों पहले पाकिस्तान की एक पत्रकार ने अपने यूट्यूब चैनल पर इसकी चर्चा की थी…आइये जानते हैं भविष्य मालिका में की गई कुछ भविष्यवाणियां…
पृथ्वी पर सात दिन तक अंधेरा
भविष्य मालिका की एक भविष्यवाणी के अनुसार साल 2030 से पहले धरती पर ऐसी कोई घटना घटेगी जिसमें 7 दिनों तक अंधेरा छा जाएगा। इससे दुनिया में त्राहि-त्राहि मच जाएगी।
दुनिया में होगा बड़ा युद्ध
भविष्य मालिका में सवा चार सौ साल पहले की गई भविष्यवाणी के अनुसार दुनिया में एक भयंकर युद्ध होगा, जिससे मानवता खतरे में पड़ जाएगी। बड़ी तबाही मचेगी, लोग कीड़ों की तरह मरेंगे। सिर्फ दुनिया की 64 करोड़ की आबादी बचेगी। इन दिनों दुनिया के कई हिस्सों में तनाव और युद्धों के मद्देनजर भविष्य मालिका की इस भविष्यवाणी के सच होने का अंदाजा कई विद्वान लगा रहे हैं।
दिखाई देंगे दो सूरज
भविष्य मालिका के अनुसार एक ऐसा समय आएगा जब आसमान में दो सूरज निकलेगा। इसमें से एक बंगाल की खाड़ी में गिरेगा। इस वजह से ओडिशा राज्य पूरी तरह से तबाह और जलमग्न हो जाएगा।
धरती पर महाविनाश और नया प्रारंभ
धरती पर तबाही को लेकर भविष्य मालिका की भविष्यवाणी के अनुसार धरती का विनाश तीन चरणों में होगा। पहला चरण कलियुग के अंत का होगा, दूसरे चरण में समूची धरती पर महाविनाश होगा और तीसरे में चरण में एक नए युग का प्रारंभ होगा।
धरती का बदलेगा स्वरूप
भविष्य मालिका के अनुसार धरती का स्वरूप फिर बदलेगा और ये बदली हुई धुरी पर परिभ्रमण करेगी। इस कारण पृथ्वी पर समय-समय पर बड़े-बड़े भूकंप नजर आएंगे। धीरे-धीरे लोग खेती करना बंद कर देंगे जिस कारण से धरती पर अनाज, फल और सब्जियों का अकाल हो जाएगा।