नई दिल्ली:– जीवित्पुत्रिका’ का पर्व सनातन धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह व्रत हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाता है। इस साल यह व्रत 25 सितंबर, बुधवार को रखा जाएगा।
आपको जानकारी के लिए बता दें, यह कठिन व्रत उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में अधिक प्रचलित है। जितिया माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र, समृद्धि और उन्नत जीवन के लिए रखती है। ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, इस व्रत में दान करने का अपना एक अलग महत्व है। ऐसे में आइए जान लेते है इस दिन दान में क्या-क्या देना चाहिए।
अक्षत का करें दान
ज्योतिष गुरू के अनुसार, अक्षत यानी कि चावल को सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में संतान के जीवन में धन-वैभव, ऐश्वर्य, सुख-सुविधाओं की कभी कमी न हो इसके लिए जितिया व्रत के दिन अक्षत का दान किसी जरूरतमंद को जरूर करना चाहिए।
खिलौने का करें दान
ज्योतिषियों की मानें तो, जितिया व्रत माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र, समृद्धि और उन्नत जीवन के लिए रखती है। ऐसे में अगर संतान के नाम से नए खिलौने खरीदकर किसी बच्चे को दान में दिए जाएं तो इससे आपकी संतान को उस दान का दोगुना पुण्य और फल मिलेगा। और संतान का जीवन खुशहाल बनेगा।
फलों का करें दान
ऐसा माना जाता है कि फलों का दान करने से घर हमेशा खुशियों से भरा-पूरा रहता है। ऐसे में संतान का जीवन भी खुशियों से भरा रहे और संतान हमेशा मुस्कुराती रहे, इसके लिए जितिया व्रत के दिन फलों का दान अवश्य करें।
मिष्ठान का करें दान
इस दिन गाय के शुद्ध घी में बनी हुई मिष्ठान का दान करना शुभ माना जाता है। अगर आप ऐसा करते है तो आपके जीवन में हमेशा खुशिहाली देखने को मिल सकती है। इसके साथ ही पूर्व में किये गए सारे पाप कर्म से मुक्ति मिल जाएगी।
गौ का करें दान
जितिया व्रत में गौ माता की पूजा की जाती है। वहीं, इस दिन गौ का दान करना भी शुभ सिद्ध हो सकता है। जितिया व्रत के दिन संतान के नाम से गौ दान करने से संतान का भाग्य और उसका जीवन चमक उठता है।