: टेलीग्राम के सीईओ पवेल दुरोव (Pavel Durov) ने हाल ही में घोषणा की है कि अवैध गतिविधियों में शामिल यूजर्स की निजी जानकारी, जैसे फोन नंबर और आईपी एड्रेस [IP address], कानून प्रवर्तन एजेंसियों यानी (Law enforcement) के साथ साझा की जाएगी. यह कदम टेलीग्राम की सेवा शर्तों में किए गए महत्वपूर्ण अपडेट का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य प्लेटफॉर्म पर अवैध गतिविधियों को रोकना है.
टेलीग्राम की नई सेवा शर्तेंटेलीग्राम ने अपनी सेवा शर्तों को अपडेट किया है ताकि अवैध गतिविधियों में शामिल यूजर्स की पहचान की जा सके और उन्हें रोका जा सके. इस अपडेट के तहत, टेलीग्राम अब उन यूजर्स की जानकारी साझा करेगा जो अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाए जाते हैं. इसमें यूजर्स के फोन नंबर और आईपी एड्रेस [IP address] शामिल हैं. यह कदम टेलीग्राम की सुरक्षा और पारदर्शिता को बढ़ाने के लिए उठाया गया है.अवैध कंटेंट की खोज को रोकने के लिए AI का उपयोगटेलीग्राम ने अपने सर्च फीचर में अवैध कंटेंट की खोज को रोकने के लिए एआई [AI] यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Artificial Intelligence) का उपयोग करना शुरू कर दिया है. यह टेक्नोलॉजी अवैध कंटेंट को पहचानने और उसे प्लेटफॉर्म से हटाने में मदद करती है. एआई का उपयोग करके, टेलीग्राम अवैध कंटेंट को तेजी से और प्रभावी ढंग से हटा सकता है, जिससे प्लेटफॉर्म को सुरक्षित और स्वच्छ बनाए रखा जा सके.
टेलीग्राम करेगा कानून प्रवर्तन एजेंसियों की मददटेलीग्राम का यह कदम कानून प्रवर्तन एजेंसियों (Law enforcement) के साथ सहयोग को मजबूत करने के लिए है. अवैध गतिविधियों में संलिप्त यूजर्स की जानकारी साझा करके, टेलीग्राम कानून प्रवर्तन एजेंसियों को अपराधियों को पकड़ने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने में मदद कर सकता है. यह कदम टेलीग्राम की प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह अपने प्लेटफॉर्म को सुरक्षित और विश्वसनीय बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेगा.यूज़र्स का रिएक्शनइस घोषणा के बाद, यूज़र्स की प्रतिक्रिया मिली-जुली रही है. कुछ यूज़र्स ने इस कदम का स्वागत किया है और इसे प्लेटफॉर्म की सुरक्षा के लिए आवश्यक बताया है. वहीं, कुछ यूज़र्स ने अपनी गोपनीयता को लेकर चिंता व्यक्त की है. टेलीग्राम ने स्पष्ट किया है कि यह कदम केवल अवैध गतिविधियों में शामिल यूजर्स के लिए है और सामान्य यूज़र्स की गोपनीयता को कोई खतरा नहीं है.