नई दिल्ली:– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शनिवार 19 अक्टुबर को कर्मयोगी सप्ताह यानी नेशनल लर्निंग वीक का शुभारंभ करने जा रहें हैं। आगामी 25 अक्टूबर तक चलने वाला यह खास कार्यक्रम आज सुबह 10.30 बजे राजधानी दिल्ली के डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में शुरू होगा। इसमें 30 लाख से ज्यादा सिविल सर्वेंट भी हिस्सा लेंगे।
जानकारी हो कि बीते सितंबर 2020 से शुरू हुए मिशन कर्मयोगी का मकसद सिविल सर्वेंट्स के लिए पर्सनल और ऑर्गनाइजेशनल स्किल डेवलपमेंट को एक नई दिशा देना है। इस दौरान, हर कर्मयोगी 4 घंटे की लर्निंग में जरुरी हिस्सा लेगा।
यह खास आयोजन सिविल सर्वेंट्स को विकास की दिशा में नई प्रेरणा प्रदान करेगा। इसका जरुरी लक्ष्य एक सरकार का संदेश देना, सभी को राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ जोड़ना और आजीवन लर्निंग को बढ़ावा देना है।
इसके तहत सिविल सर्वेंट्स के लिए व्यक्तिगत और संगठनात्मक क्षमता विकसित करने की दिशा में नए सिरे से प्रोत्साहन देने की कवायद की जाएगी। इस बाबात PMO ने एक बयान में यह जानकारी दी कि, ‘मिशन कर्मयोगी’ की शुरुआत सितंबर 2020 में की गई थी और तब से इसने पर्याप्त प्रगति की है। इसमें वैश्विक परिप्रेक्ष्य के साथ भारतीय लोकाचार में निहित भविष्य के लिए तैयार सिविल सेवा की कल्पना की गई है।
इस बयान में कहा गया राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह लोक सेवकों के लिए व्यक्तिगत और संगठनात्मक क्षमता विकास की दिशा में नई गति प्रदान करने वाला, अपनी तरह का सबसे बड़ा आयोजन होगा। यह पहल सीखने और विकास के लिए एक नई प्रतिबद्धता को प्रोत्साहित करेगी। राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह का उद्देश्य ‘एक सरकार’ का संदेश देना, सभी को राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ जोड़ना और आजीवन सीखने को बढ़ावा देना है।
जानकारी दें कि यह कार्यक्रम व्यक्तिगत प्रतिभागियों और मंत्रालयों, विभागों और संगठनों द्वारा जुड़ाव के विभिन्न रूपों के माध्यम से सीखने के लिए समर्पित होगा। इस दौरान, प्रत्येक ‘कर्मयोगी’ कम से कम चार घंटे की योग्यता से जुड़े गुर सीखने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध होगा।
प्रतिभागी प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा आईजीओटी, व्यक्तिगत भूमिका-आधारित मॉड्यूल के संयोजन के माध्यम से लक्षित घंटों को पूरा कर सकते हैं।
PMO के बयान में कहा गया है कि सप्ताह के दौरान, प्रख्यात वक्ता अपनी विशेषज्ञता के विषय पर व्याख्यान देंगे और कर्मयोगियों को अधिक प्रभावी तरीके से नागरिक-केंद्रित वितरण की दिशा में काम करने में मदद करेंगे। सप्ताह के दौरान, मंत्रालय, विभाग और संगठन क्षेत्र विशिष्ट दक्षताओं को बढ़ाने के लिए सम्मेलन और और जरुरी कार्यशालाएं भी आयोजित करेंगे।