नयी दिल्ली : अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो के नेटवर्क पर डेटा खपत में भारी बढ़ोत्तरी देखी गई है। पिछले वित्तवर्ष की दूसरी तिमाही के मुकाबले डेटा खपत 50.9 फीसदी उछलकर, सितंबर तिमाही में 2300 करोड़ जीबी जा पहुंची। प्रति कनेक्शन डेटा खपत में भी लगातार वृद्धि जारी है। प्रत्येक जियो ग्राहक ने प्रतिमाह औसतन 17.6 जीबी डेटा का इस्तेमाल किया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के कल देर शाम जारी तिमाही वित्तीय आंकड़ों के अनुसार जियो नेटवर्क पर प्रत्येक ग्राहक ने हर महीने औसतन 840 मिनट फोन पर बात की। कुल मिलाकर जियो नेटवर्क पर दूसरी तिमाही के दौरान 1.9 ट्रिलियन मिनट बात की गई। जियो के औसत रेवन्यू प्रतियूजर प्रतिमाह यानी एआरपीयू में भी तेजी देखने को मिली। पहली तिमाही में जियो का औसत रेवन्यू प्रतियूजर प्रतिमाह (एआरपीयू) 138.2 रुपये रहा था, जो सितंबर तिमाही में 3.7 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी के साथ 143.6 रुपये जा पहुंचा।
इस पर अंबानी ने अपने बयान में कहा- “हमारी डिजिटल सर्विस बिजनेस – जियो, भारत में ब्रॉडबैंड बाज़ार की शक्ल लगातार बदल रहा है और उद्योग के लिए नए मानक स्थापित कर रहा है।” जियोफोन नेक्स्ट को कंपनी दिवाली से पहले बाजार में उतारना चाहती है। जियोफोन नेक्स्ट की लॉन्च डेट के बारे में कंपनी ने अपना वायदा दोहराते हुए कहा कि रिलायंस जियो और गूगल साथ मिलकर काम कर रहे है ताकी दिवाली से पहले जियोफोन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
जियो प्लेटफॉर्म्स को जुलाई से सितंबर 2021 की दूसरी तिमाही में 3,728 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है। यह साल भर पहले के मुकाबले 23.5 प्रतिशत अधिक है। पिछले साल यानी वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 3,019 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने बयान में बताया कि 5 जी की टेस्टिंग चल रही है और अभी तक के आंकड़ों के मुताबिक बेहद सफल है। 40 लाख परिसर जियोफाइबर से कनेक्ट हो चुके हैं जबकि 1 करोड़ 60 लाख परिसरों के दरवाजे तक जियोफाइबर पहुंच चुका है। कंपनी अब ‘कनेक्टेड व्हीकल’ के बाजार में भी बड़े पैमाने पर उतरने की योजना बना रही है।
कंपनी ने बताया कि उसने कई अन्य अग्रणी ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ उसकी साझेदारी हो चुकी है। बता दे कि एमजी कार कंपनी के लिए भी जियो कनेक्टिविटी सॉल्युशन प्रदान कर रहा है।