नई दिल्ली :– नितिन गडकरी ने ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में हो रहे चार दिवसीय बौमा कानेक्सपो के उद्घाटन के मौके पर कहा कि अगले दो वर्ष में ई वाहन के दाम आधे हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जब इलेक्ट्रिक कार देश में लॉन्च हुई थी, तब लीथियम बैट्री की कीमत 150 डालर प्रति किलोवाट प्रति घंटा थी, जो अब 110 हो गई है। अगले दो वर्ष में बैट्री की कीमत इतनी कम हो जाएगी कि इलेक्ट्रिक कार की कीमत पेट्रोल व डीजल वाहन के बराबर हो जाएगी।
देश में हर साल होता है 900 मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन- गडकरी
देश में 900 मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन प्रति वर्ष निर्माण उपकरण से होता है। इस एक्सपो में 24 नए निर्माण उपकरण प्रदर्शित किए गए हैं जो वैकल्पिक ईंधन से संचालित होंगे। यह देखकर काफी खुशी हो रही है। भारत के 2070 तक जीरो कार्बन लक्ष्य को पाने में इस तरह के नवाचार और वैकल्पिक ईंधन व निर्माण में प्रदूशण को शून्य करना अहम भूमिका निभाएंगे।
इस दौरान सीमा सड़क संगठन के निदेशक नरेंद्र कुमार कर्दम, संयुक्त महानिदेशक सैन्य अभियंता सेवा मनोज बापना, बौमा एक्सपो अध्यक्ष व वोल्वो सीई इंडिया के प्रबंध निदेशक दिमित्रोव कृष्णन, मेस्से म्यूनचेन इंडिया के सीईओ भूपिंदर सिंह, बिल्डर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. विश्वनाथन, कंस्ट्रक्शन फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष व एमडी एवं सीईओ टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड विनायक पई व अध्यक्ष, बौमा उपाध्यक्ष अरविंद गर्ग व इंटरनेशनल टनलिंग एंड अंडरग्राउंड स्पेस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो. अर्नोल्ड डिक्स मौजूद रहे।
दिल्ली से चेन्नई की दूरी होगी 320 किमी कम
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत की अखंडता का उदाहरण देते हैं उसी के तहत जम्मु से चेन्नई तक एक्सप्रेसवे से जल्द जुड़ेंगे। जम्मु से अमृतसर वाया दिल्ली फिर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे और मुंबई से चेन्नई वाया बेंगलुरु एक्सप्रेसवे होते हुए पहुंच सकेंगे। इस रास्ते से दिल्ली व चेन्नई की सड़क मार्ग की दूरी 320 किमी कम हो जाएगी।
इंफो के रूप में खास बातें-
जम्मु में 18 टनल। 17 टनल बनकर तैयार, एक टनल के उद्घाटन को प्रधानमंत्री की डेट का इंतजार
लद्दाख में जोजिला टनल का काम 75 प्रतिशत पूरा। यह एशिया की सबसे लंबी 11.7 किमी टनल।
देश में 34 एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य प्रगति पर है
दिल्ली से देहरादून ग्रीन एक्सप्रेसवे अगले दो महीने में होगा तैयार, छह घंटे का सफर तीन घंटे में
लाजिस्टिक कास्ट अभी 14-16 प्रतिशत है। अगले दो वर्ष में इसे 9 प्रतिशत करेंगे। चीन की आठ प्रतिशत है। यूरोप अमेरिका की 12 प्रतिशत
कंस्ट्रक्शन उपकरण में भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा बाजार।
ऑटो इंडस्ट्री में भारत 22 लाख करोड़ रुपये के साथ तीसरे स्थान पर है, अगले पांच वर्ष में भारत पहले स्थान पर होगा। अभी अमेरिका पहले व चीन दूसरे स्थान पर। चौथे पर जापान।
पिछले एक वर्ष से एथेनाल संचालित कार का इस्तेमाल कर रहा हूं। 25 किमी प्रति लीटर का खर्च आ रहा है।
20 प्रतिशत मेथेनाल डीजल में मिश्रण कर बस का संचालन किया जा रहा है। बेंगलुरु में तीन महीने चला पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा।
40 प्रतिशत प्रदूषण निर्माण कार्य के कारण है। निर्माण उपकरण में अनुसंधान व विकास कर इसे और कम करना है। जेसीबी मशीन सीएनजी-डीजल के मिश्रण से चल रही है। रूस से इसके आर्डर आ रहे हैं।
22 लाख करोड़ रुपये का के जीवाश्म ईंधन आयात किया जा रहा है। वैकल्पिक ईंधन जैसे एथेनाल, बायोडीजल, एलएनजी, सीएनजी, हाइड्रोजन और मेथेनाल को अपनाने पर कार्य तेजी से हो रहा है।
निर्माण उपकरण उद्योग में देश तीसरे स्थान पर। 1.35 लाख उत्पादित होते हैं। 2030 तक इसे 2.5 लाख तक पहुंचाना है।