नई दिल्ली:- कैंसर की बीमारी गम्भीर और जानलेवा हो सकती है। लेकिन, वहीं दूसरी तरह हर साल कैंसर के मामले तेजी से बढ़ भी रहे हैं। लोगों की अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खाने-पीने से जुड़ी खराब आदतों से लोगों में कैंसर का रिस्क बढ़ सकता है और इस बीमारी के परिणाम भी गम्भीर हो सकते हैं। कैंसर की बीमारी शरीर के किसी भी भाग में हो सकती है। स्किन से लेकर लिवर और गले से लेकर किडनी में कैंसर की समस्या हो सकती है। इसी तरह पेट में कैंसर के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं और हर साल स्टमक कैंसर के कई केस सामने आते हैं। पेट में होनेवाला एक कैंसर एक गम्भीर प्रकार का कैंसर है और अधिकांश केसेस में लोगों को स्टमक कैंसर का पता बहुत देर से या लास्ट स्टेज पर ही चलता है जिससे मरीज के लिए स्थिति गम्भीर हो सकती है।
दरअसल, पेट के कैंसर के लक्षण शुरूआती स्टेज में दिखायी नहीं देते ऐसे में मरीजों को कैंसर का पता बहुत देर से चलता है। इसीलिए, पेट के कैंसर से पीड़ित लोगों की मदद कर पाना डॉक्टरों के लिए भी मुश्किल हो सकता है। इसीलिए, मरीजों को खुद अपने स्वास्थ्य में होनेवाले बदलावों पर ध्यान देने और पेट के कैंसर के लक्षणों को पहचानना होगा। जैसे पेट में कैंसर के कुछ लक्षण सुबह दिखायी देते हैं। बाथरूम में जाने पर आपको ये लक्षण दिखायी दे सकते हैं। वहीं, रोजाना आपको कुछ और लक्षण भी महसूस हो सकते हैं। आइए जानते हैं पेट में कैंसर ये उन्हीं लक्षणों के बारे में।
पेट के कैंसर के शुरूआती लक्षण क्या है
कैंसर के शुरुआती लक्षणों में इनडाइजेशन की समस्या प्रमुख है।
पेट में गैस बनना या ब्लोटिंग भी स्टमक कैंसर का एक लक्षण है।
तेजी से वजन कम होना
भूख ना लगना
सुबह पेट में तेज दर्द होना
मल में खून आना
पेट का कैंसर पेट में बननेवाले ट्यूमर के साथ शुरू होता है। यह ट्यूमर तेजी से शरीर के अन्य हिस्सों तक फैलता है। इसीलिए, पेट के ट्यूमर का इलाज समय से शुरू करना चाहिए। स्टमक कैंसर के लक्षण गम्भीर होने और ट्यूमर बढ़ने से कैंसर जानलेवा भी बन सकता है। इसीलिए, इन लक्षणों को समय पर पहचानें और अपना इलाज शुरू करें।
पेट के कैंसर से बचाव के उपाय क्या हैं
अगर आपको स्टमक कैंसर से जुड़े लक्षण दिखायी दें तो तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करें।
ऐसे लोग जिनके परिवार में पहले भी किसी को कैंसर हुआ हो वे अधिक सावधान रहें और लक्षणों की अनदेखी ना करें।
अल्कोहल और स्मोकिंग जैसी आदतोंसे बचें।
जंक फूड और फास्ट फूड का सेवन ना करें। इस तरह के फूड्स में मिलाए गए केमिकल्स, प्रीजर्वेटिव्स आदि से लोगों में कैंसर का रिस्क बढ़ता है।
हेल्दी डाइट अपनाएं और फिजिकली एक्टिव रहें।