नई दिल्ली :– साइबर अपराधियों ने एक छात्र को पोर्न वीडियो देखने का आरोप लगाकर ठग लिया।अपराधी उसे दोबारा ठगने की कोशिश कर रहे थे कि छात्र थाने जा पहुंचा। अब साइबर सेल में पदस्थ एक्सपर्ट जांच कर रहे है। बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की जानकारी जुटाई जा रही है।
एडिशनल डीसीपी जोन-1 आलोक शर्मा के मुताबिक ठगी शुभम रेसिडेंसी निवासी 22 वर्षीय राहुल यादव के साथ हुई है। उसने पुलिस को बताया कि बुधवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे अनजान मोबाइल से काॅल आया था।
आरोपित ने स्वयं को भोपाल क्राइम ब्रांच का अफसर बताया और कहा कि तुम्हारे विरुद्ध पोर्न वीडियो देखने के संंबंध में जांच चल रही है। गूगल हिस्ट्री से पोर्न साइट्स देखने की जानकारी मिली है।
जांच बंद करने के लिए आरोपित ने 10 हजार रुपये मांगे। छात्र घबरा गया और आरोपित द्वारा बताए खाते में छह बार में 10 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।
कुछ देर बाद पुन:दूसरे अफसर ने काल लगाया और 40 हजार रुपये अतिरिक्त मांगे।इस पर छात्र घबरा गया और टीआइ नीरज बिरथरे को पूरी घटना बताई। टीआई ने साइबर हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज करवाई है।
बंधक बनाने की सूचना पर पकड़े युवकों ने चौकाने वाला खुलासा किया है। युवकों के तार साइबर अपराधियों से जुड़े पाए है।
उनके खातों में करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन मिला है जो साइबर अपराधियों द्वारा किया गया है। पुलिस बैंक से डेटा लेकर पीड़ितों को ढूंढ रही है।
विजयनगर पुलिस ने गुरुवार को अनम अहमद कोहेफिजा भोपाल,विधु विवेक भारद्वाज निवासी इंद्रपुरी किशनगंज,रवि देवेंद्र वर्मा निवासी रुक्मणी नगर को हिरासत में लिया था।
उन पर गौरव राठौर निवासी बड़ी भमौरी ने होटल में बंधक बनाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपितों ने बताया वह बैंक खातों की सप्लाई करते हैं।
आरोपित गिरोह बनाकर साइबर अपराधियों को खातों की सप्लाई कर रहे थे। टीआइ सीके पटेल के मुताबिक पुलिस को चार खातों की जानकारी मिल चुकी है।
एक खाते में डेढ़ करोड़ रुपये का ट्रांजेक्शन मिला है। आरोपित ठग से सिर्फ मोबाइल पर ही संपर्क करते थे। पुलिस उस नंबर की भी जांच कर रही है। खाते में जमा राशी के संबंध में बैंकों से डेटा मांगा गया है।