मुंबई:- महायुति गठबंधन में मंत्री पद न मिलने से नाराज एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने उपमुख्यमंत्री अजित पवार का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा. उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आग्रह के बावजूद उन्हें मंत्री पद नहीं दिया गया.
पूर्व उपमुख्यमंत्री छगन भुजबल ने मंत्री पद न मिलने पर सीधे तौर पर अजित पवार से नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा, “मैं क्या आपके हाथ का खिलौना हूं? छगन भुजबल कोई ऐसा आदमी नहीं है, जो कोई कहे, ‘उठो’, कोई कहे, ‘रुको’, वैसा करे. जब उन्हें विधानसभा का टिकट दिया गया, तब भी उनसे इंतजार करवाया गया.
‘मुझे नजरअंदाज किया
उन्होंने कहा कि हर कोई मंत्री पद चाहता है. सवाल मंत्री पद का नहीं है, मुझे नजरअंदाज किया गया. कार्यकर्ताओं के मन में गुस्सा और निराशा है. उन्होंने कहा, “मेरे लिए अच्छा होगा कि मैं लोकसभा में चला जाऊं. मुख्यमंत्री फडणवीस ने मुझे मंत्री पद देने पर जोर दिया. हमें पता लगाना होगा कि किसने मंत्री पद ठुकराया.”
‘कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में निराशा
एनसीपी विधायक छगन भुजबल ने कहा, “कार्यकर्ताओं ने मेरे सामने अपना दर्द और दुख व्यक्त किया है. बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में निराशा है. मैंने उन्हें बताया कि क्या हुआ. मैं आज अपने निर्वाचन क्षेत्र जा रहा हूं. कल समता परिषद की फिर से बैठक है. मैंने उनसे कहा कि वे अपनी भावनाओं को सभ्य तरीके से व्यक्त करें. मैंने उनसे अपील की कि लोगों को पीटकर विरोध न करें.
भुजबल ने आगे कहा, “मैं 40 साल से यहां हूं. इसलिए मैंने मांग की थी कि मुझे राज्यसभा सीट दी जाए. लेकिन अब मैंने लड़ाई लड़नी होगी. अब वह मुझे जाने के लिए कह रहे हैं. प्रफुल्ल पटेल, समीर भुजबल के संपर्क में हैं. वे उनसे बात कर रहे हैं. क्या आप जब चाहें मुझे ऊपर भेज देंगे, जब चाहें नीचे ला देंगे? क्या मैं आपके हाथों का खिलौना हूं।