नई दिल्ली:– हिंदू धर्म में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रुप यानी लड्डू गोपाल की प्रतिमा को अपने घर में रखते हैं. कई लोग उन्हें घर में अपने बेटे के रुप में रखते हैं इसके साथ ही कई उन्हें भगवान के रुप में पूजते हैं. लेकिन आपको बता दें कि दोनों ही अवस्था में लड्डू गोपाल की सेवा करते हैं. उन्हें सजाते हैं, भोग लगाते हैं और उनका हर प्रकार का ख्याल रखते हैं.
लेकिन लड्डू गोपाल को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं, जिनमें एक सवाल सबसे ज्यादा लोगों को परेशान करता है कि अगर हम अपने घर में लड्डू गोपाल रखते हैं और अगर हमें कहीं बाहर जाना पड़ा तो क्या लड्डू गोपाल को साथ में लेकर जाना चाहिए या नहीं.
लड्डू गोपाल को बाहर लेकर जाने को पीछे अलग-अलग लोगों के अलग-अलग मत हैं. कुछ लोगों का मानना है कि लड्डू गोपाल को बाहर ले जाना अच्छा नहीं माना जाता है. वहीं कई लोगों का मानना है कि लड्डू गोपाल को आप अपनी श्रृद्धा और आस्था के साथ जैसा रखना चाहते हैं वैसे रख सकते हैं. क्योंकि ईश्वर तो प्रेम के भूखे हैं. इस विषय को लेकर ज्योतिष एवं वास्तु सलाहकार डॉ अरविंद पचौरी से विस्तार से जानते हैं.
स्थापना के बाद मंदिर से नहीं हटाना चाहिए
लड्डू गोपाल की प्रतिमा की एक बार स्थापना करने के बाद उन्हें वहां से हटाना अच्छा नहीं माना जाता है. क्योंकि जब हम घर में लड्डू गोपाल को स्थापित करते हैं तो उनके साथ दिव्य ऊर्जा और अन्य देवी-देवता भी साथ आते हैं.
ऐसे में अगर हम उन्हें बार-बार घर से बाहर लेकर जाते हैं तो घर की बरकत व उर्जाएं भी धीरे-धीर खत्म हो जाती हैं. इसलिए उन्हें घर के बाहर जगह-जगह लेकर ना जाएं, क्योंकि इससे उनके भाव समाप्त हो जाते हैं और वे केवल एक मूर्ति बनकर रह जाती हैं. हां, लेकिन आप लड्डू गोपाल को कभी-कभी पालने में बैठा सकते हैं.
बाहर ना ले जाने के पीछे ये भी है कारण
लड्डू गोपाल को घर से बाहर ना ले जाने के पीछे का एक कारण शुद्धता की कमी भी है. जैसे कई लोग गोपाल जी को पार्क में, बस में, ट्रेन में हर जगह ले जाते हैं लेकिन वहां साफ-सफाई और शुद्धता नहीं होती है और कई बार तो लंबे सफर में हमें बाथरुम में भी जाना पड़ता है. इसलिए साफ-सफाई को ध्यान में रखते हुए लड्डू गोपाल को बाहर ले जाने की मनाही है.