नई दिल्ली:– पंडित और ज्योतिषी गिरिधर झा के अनुसार, कनैल का पेड़ वास्तु शास्त्र के अनुसार अंधकार का प्रतीक माना जाता है. इसे घर के दरवाजे के पास लगाने से घर में समस्याएं हो सकती हैं और ये जीवन में असमंजस और दुख का कारण बन सकता है.
नींबू का पेड़ कांटेदार होता है, जो घर के अंदर की ऊर्जा को नकारात्मक दिशा में प्रभावित कर सकता है. इसके कारण घर के सदस्यों में चिड़चिड़ापन और मानसिक तनाव बढ़ सकता है.
नींबू के कांटे घर में परेशानी और दिक्कतों का कारण बन सकते हैं. इसके प्रभाव से व्यक्ति का मन चिड़चिड़ा और कार्यों के प्रति उदासीन हो सकता है, जिससे घर का माहौल नकारात्मक हो सकता है.
कनैल के पेड़ के फल का असर भी घर के वातावरण पर नकारात्मक पड़ता है, जिससे घर में सुख और समृद्धि की बजाय समस्याएं बढ़ती हैं.
इन पेड़ों को घर के बाहर लगाने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है, जो घर के अंदर की ऊर्जा को बाधित करता है और जीवन में तनाव व नकारात्मकता बढ़ाता है.
कनैल और नींबू के पेड़ों को शास्त्रों में देवगनाह और अशुभ माना गया है, जिससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश हो सकता है.
वास्तु के अनुसार, घर के दरवाजे पर तुलसी, अशोक और नारियल के पेड़ लगाना चाहिए. ये पेड़ घर में सकारात्मक ऊर्जा, शांति और समृद्धि लाते हैं.
तुलसी का पेड़ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है और अशोक का पेड़ अशुभ को नष्ट कर सकारात्मक ऊर्जा लाता है. नारियल का पेड़ समृद्धि और ऐश्वर्य का प्रतीक है, जिससे घर में सुख-शांति बनी रहती है.