नई दिल्ली :– चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रनवे की री-कारपेटिंग के कारण दिन में आठ घंटे की जगह 21 मार्च से छह घंटे विमानों का आपरेशन बंद होगा। अभी सुबह 10 से शाम छह बजे तक आठ घंटे विमान सेवाएं पूरी तरह बंद होने यात्री परेशान हो रहे हैं। वहीं, रिश्यूल्ड के बाद विमानों का किराया भी बढ़ गया है।
यात्रियों को हो रही परेशानी को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जतायी है। मुख्यमंत्री के महानिदेशालय नागरिक उड्डयन (डीजीसीए) के उच्चपदस्थ अधिकारियों से नाराजगी जताने के बाद 21 मार्च से लखनऊ एयरपोर्ट पर नो फ्लाइंग दो घंटे कम करने की तैयारी है। 21 मार्च से सुबह 10 की जगह 11 बजे तक विमान आपरेशन हो सकेगा।
शाम छह की जगह पांच बजे तक ही विमान संचालन पर रोक लगाने की तैयारी है। इस तरह 21 मार्च से सुबह 11 से शाम पांच बजे तक छह घंटे ही लखनऊ एयरपोर्ट पर विमान आपरेशन पर रोक रहेगी। इसका नोटिस टू एयरमैन (नोटम) किसी भी समय भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण जारी कर सकता है।
लखनऊ एयरपोर्ट के 2,744 मीटर लंबे और 45 मीटर चौड़े रनवे की सतह को बदलने, रनवे के दोनों ओर 7.5 मीटर अतिरिक्त शोल्डर के साथ कुल 1.80 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र की री-कारपेटिंग हो रही है। इसके चलते एक मार्च से 15 जुलाई तक सुबह 10 से शाम छह बजे तक के सभी घरेलू और इंटरनेशनल विमानों के आपरेशन पर रोक लगाते हुए उनको रिशेड्यूल कर दिया गया है।
करीब 14 विमानों को निरस्त किया गया है। लखनऊ एयरपोर्ट से इस समय प्रतिदिन 122 विमानों का संचालन हो रहा है। इसमें 61 विमान लखनऊ आते और इतने ही यहां से रवाना हाेते हैं। सुबह जल्दी विमान पकड़ने के लिए यात्रियों को देर रात घर छोड़ना पड़ रहा है।
वहीं, देर रात लखनऊ से रवाना होने पर दूसरे शहर पहुंचते ही उनको वहां दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मसलन एयर इंडिया का विमान आइएक्स-1249 लखनऊ से रात 12:20 बजे मुंबई को उड़ान भर रहा है। सुबह 9:40 बजे तक कुल 30 विमान दूसरे शहरों को रवाना हो रहे हैँ। इसी तरह शाम 6:30 से रात 11:50 बजे तक 31 विमान रवाना हो रहे है।
सुबह पांच से 20 मिनट के अंतराल में दो से अधिक विमानों के उड़ान भरने के कारण लखनऊ एयरपोर्ट के बोर्डिंग काउंटरों पर यात्रियों की लंबी लाइन भी लग रही है। इसका फायदा उठाते हुए सुबह के विमानों का किराया भी एयरलाइन कंपनियों ने बढ़ा दिया है। लखनऊ से दिल्ली का 16 मार्च की सुबह के विमान का किराया ही सात हजार रुपये से अधिक चल रहा है।
वर्ष 2018 में रात में हुई थी री-कारपेटिंग
एयरपोर्ट पर रनवे को अपग्रेड करने के साथ सुरक्षा से जुड़े कामाें को कराना जरूरी होता है। लखनऊ एयरपोर्ट पर पिछली बार वर्ष 2018 में री-कारपेटिंग की गई थी। इसके तहत प्रतिदिन औसत 50 मीटर लंबे रनवे की परत को निकालकर दूसरी परत डाली जाती है। रनवे की लाइटों को हटाकर काम पूरा होने के बाद उनको दोबारा लगाना होता है।
रनवे के रैंप को बनाने सहित कई काम करने के बाद एटीसी को फिर से विमान आपरेशन के लिए इसे सौंपा जाता है। एयरपोर्ट पर दिन के समय हो रहे अपग्रेडेशन के तहत रनवे की सतह को फिर से बनाने, एयरफील्ड ग्राउंड लाइटिंग (एजीएल) को हेलोजन से एलईडी में अपग्रेड करने, विमान की लैंडिंग के बाद तेजी से प्रवेश और टेकआफ के लिए नया लिंक टैक्सी वे बनाने का काम चल रहा है।
महत्वपूर्ण है लखनऊ एयरपोर्ट
लखनऊ से दिल्ली, मुंबई सहित दूसरे शहरों को जाने के लिए यात्री दिन के विमानों को प्राथमिकता देते हैं। दिल्ली के बाद लखनऊ उत्तर भारत का महत्वपूर्ण एयरपोर्ट है। दिल्ली से विमान के डाइवर्ट होने पर उनको लखनऊ या फिर जयपुर
प्रमुख रूप से भेजा जाता है। लखनऊ के बाद अब जयपुर एयरपोर्ट भी 30 मार्च से 30 जून तक सुबह 9:30 से शाम छह बजे तक बंद रहेगा। ऐसे में आपात स्थिति में दिल्ली के विमानों को वाराणसी, प्रयागराज व दूसरे एयरपोर्ट को डाइवर्ट करना पड़ेगा।