दुर्ग:- आगामी खरीफ सीजन के लिए छत्तीसगढ़ बीज निगम ने इस बार किसानों की कमर तोड़ने की तैयारी कर ली है। निगम द्वारा वर्ष 2025 खरीफ सीजन के लिए जारी किए गए बीज के दाम में 150 से एक हजार रुपए तक की बढोत्तरी कर प्रदेश के किसानों को सख्ते में डाल दिया है। आने वाले दिनों में किसानों को खरीफ सीजन में खेती करनी महंगी पड़ेगी। धान के बीज में प्रति बोरी 100 से 150 तक भारी भरकम दर बढ़ाई गई है। राज्य बीज निगम द्वारा हर साल प्रमाणित बीजों का मूल्य निर्धारण करता है। वर्ष 2023 की तुलना करें तो बीज के दाम में बेतहाशा वृद्धि हुई है। दो साल में बढ़े दाम ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है।
जानकारी अनुसार, धान मोटा बीज की कीमत पिछले साल 34 सौ रुपए क्विंटल थी, जो इस बार बढकर 3550 हो गई है, जबकि वर्ष 2023 में इसका दाम 2688 रुपए तक सीमित था। वहीं धान पतला बीज पिछले साल 39 सौ रुपए निर्धारित था, जो इस बार बढकर 4030 रुपए हो गया था। दो साल पहले यह 2882 रुपए तक था। सुगंधित धान की बात करे तो पिछले साल यह 4500 रुपए था, जो इस बार बढ़कर 4650 हो गया है। दो साल पहले यह 3264 तक सीमित था। इस तरह देखा जाए तो दो साल में बीज के बढते दाम ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है।
सभी किस्म में 150 रुपए क्विंटल तक इजाफा
खरीफ सीजन में सोयाबीन और उड़द को छोड़ धान, कोदो, रागी, मूंग, कुल्थी, मूंगफली और तिल के बीज के दाम सौ से डेढ सौ रुपए प्रति क्विंटल तक महंगे हो गए हैं। रबी फसल तैयार होने के बाद खरीफ सीजन में किसानों को इस साल आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ेगा। खरीफ सत्र 2025 में अनाज, दहलन और तिलहन के बीज की नई दर शासन स्तर से लागू कर दी गई है।
डीएपी व यूरिया में राहत, पोटाश सस्ता
इस बार किसानों को डीएपी में राहत मिली है। डीएपी पचास केजी का दाम पिछले साल की तरह 1350 रुपए है। खेती में इसकी उपयोगिता शुरूआत से आखिर समय तक रहती है। बहरहाल सोसायटी में इसका भंडारण शुरू हो गया है। वहीं यूरिया भी पिछले साल की तरह 266 रुपए पर है। वहीं पोटाश 1650 से कम होकर 1555 हो गया हैं।
रेट निर्धारित
दुर्ग प्रक्रिया प्रभारी एसके बेहरा ने बताया कि, छत्तीसगढ़ राज्य बीज निगम द्वारा खरीफ 2025 के लिए प्रमाणित बीज के दर निर्धारित कर दिए गए हैं। दर निर्धारण के बाद सोसायटियों में भंडारण का कार्य शुरू हो गया है।
दो साल से कम दर पर सोयाबीन मिलेगा
धान के बाद खरीफ में सोयाबीन की डिमांड अधिक होती है। पिछले दो साल में सोयाबीन के दाम 8200 रुपए तक चले गए थे, लेकिन इस बार इसकी कीमत को कम कर 74 सौ रुपए कर दिया गया है। सोयाबीन के दाम में 12 सौ रुपए की गिरावट आई है।