रायपुर:- पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए रायपुर के कारोबारी दिनेश मीरानिया पंचतत्व में विलीन हो गए. नम आंखों से परिजनों के साथ ही सीएम साय समेत तमाम जनप्रतिनिधि और स्थानीय लोगों ने दिनेश मीरानिया को अंतिम विदाई दी.
शादी की सालगिरह के दिन मौत: दिनेश मीरानिया को पहलगाम में जिस दिन गोली मारी गई, उसी दिन उनकी शादी की सालगिरह थी. वह परिवार के साथ खुशियां मनाने पहलगाम गए थे. पत्नी नेहा, बेटा शौर्य और बेटी लक्षिता के साथ वो जिंदगी के सबसे खूबसूरत पल को यादगार बना रहे थे, तभी आतंकियों ने गोलियों से भून डाला. दिनेश मीरानिया की अब यादें ही बची हैं.
छत्तीसगढ़ के मंत्रियों ने देर रात घर पहुंचकर दी श्रद्धांजलि: कारोबारी दिनेश मीरानिया का पार्थिव शरीर बुधवार देर रात दिल्ली से रायपुर पहुंचा तो हर आंख नम हो गई. एयरपोर्ट पर परिजनों के साथ ही स्थानीय लोग भी जुटे. एयरपोर्ट से घर पहुंचने पर डिप्टी सीएम अरुण साव, मंत्री ओपी चौधरी, टंकराम वर्मा समेत कई नेताओं ने दिनेश के शव को कंधा दिया. एम्बुलेंस से शव निकालकर घर के भीतर ले गए. घर के अंदर और बाहर लोगों की भीड़ जमा रही. गुरुवार सुबह दिनेश मीरानिया की अंतिम यात्रा निकाली गई. रायपुर की समता कॉलोनी से अंतिम यात्रा मरवाड़ी श्मशान घाट पहुंची. रास्ते भर दिनेश भैया अमर रहे के नारे गूंजे. लोगों की आंखों में आंसू और दिल में गुस्सा साफ नजर आया.
पहलगाम आतंकी हमले पर देश में गुस्सा: दिनेश मीरानिया के अंतिम संस्कार में जुटे स्थानीय लोगों में आक्रोश है. लोगों का कहना है कि छत्तीसगढ़ के हर व्यक्ति के मन में गुस्सा है. गुस्सा अपनों को खोने का है. गुस्सा हिंदुस्तान के दिल पर हुए हमले का है. इसका आतंकियों को मुंह तोड़ जवाब देना चाहिए.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अंतिम संस्कार में शामिल होकर पार्थिव शरीर को कंधा दिया. उन्होंने परिवारजनों से मुलाकात कर संवेदना जताई और ढांढस बंधाया. सीएम साय ने कहा कि सरकार इस दुख की घड़ी में परिवार के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सहयोग का भरोसा दिया.
सीएम ने कहा आतंकवादियों की इस कायराना हरकत ने देश की आत्मा पर चोट किया है. पूरे प्रदेश के लिए भी यह दुख और पीड़ा का क्षण है. घिनौनी आतंकवादी घटना में प्रदेश ने अपना एक बेटा खो दिया है. धारा 370 हटने से जम्मू कश्मीर में शांति स्थापित हुई, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिला और घाटी के विकास को गति मिली थी. आतंकवादियों ने पर्यटकों के जरिए कश्मीर और देश को अस्थिर करने की कोशिश की है. पूरा देश एकजुटता के साथ इस अमानवीय कृत्य का बदला लेगा.