रायपुर :- पहलगाम आतंकी हमले को लेकर राजनीति तेज हो गई है.कांग्रेस के कुछ नेताओं ने पहलगाम हमले को लेकर जो बयान दिया है.उसे लेकर अब बीजेपी हमलावर हो चुकी है.कांग्रेस के नेताओं के बयान को लेकर बीजेपी ने तीखा हमला बोला है.वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने अपने नेताओं के दिए गए बयानों से किनारा कर लिया है. कांग्रेस की माने तो जो भी बयान पहलगाम हमले को लेकर दिए जा रहे हैं,उसमें पार्टी का कोई समर्थन नहीं है.सिर्फ पार्टी के अधिकृत प्रवक्ताओं या नेताओं के बयानों को ही पार्टी का स्टैंड माना जाए.इसके अलावा यदि कोई भी बयान आतंकी हमले को लेकर दे रहा है तो वो उसकी निजी राय हो सकती है.
डिप्टी सीएम ने लगाए राजनीति के आरोप : डिप्टी सीएम अरुण साव ने इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस को घेरा है.अरुण साव की माने तो कांग्रेस पहलगाम हमले को लेकर सिर्फ राजनीति कर रही है.
विपक्ष पहलगाम घटना को लेकर राजनीति करने की कोशिश कर रही है.सरकार ने घटना के बाद त्वरित कार्रवाई की है.देश के गृहमंत्री तुरंत ही वहां पर पहुंचे.देश के प्रधानमंत्री अपनी विदेश यात्रा छोड़कर आएं.सीसीएस की बैठक हुई.इस बैठक में तय हुआ कि क्या-क्या करना है. इसके बाद सर्वदलीय बैठक हुई है.इसके बाद सभी दलों ने सरकार को समर्थन भी दिया है कि क्या कुछ होना चाहिए.जिसके बाद सरकार ठोस और मजबूत कार्रवाई कर रही है – अरुण साव,डिप्टी सीएम छग
आपको बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर सरकार से जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर संसद के दोनों सदनों का विशेष सत्र बुलाने का आग्रह किया.
अपने पत्र में राहुल गांधी ने कहा कि इस हमले से हर भारतीय में आक्रोश है. राहुल गांधी ने अपने पत्र में लिखा कि ‘इस महत्वपूर्ण समय में भारत को यह दिखाना होगा कि हम आतंकवाद के खिलाफ हमेशा एकजुट रहेंगे.’ उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष का मानना है कि लोगों के प्रतिनिधियों को अपनी एकता और संकल्प व्यक्त करने का अवसर देने के लिए एक विशेष सत्र आयोजित किया जाना चाहिए.