न्यूयॉर्क। भारतीय मूल के उपन्यासकार और प्रख्यात लेखक सलमान रुश्दी पर जानलेवा हमला किया गया। फिलहाल रुश्दी अभी वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। दरअसल लेखक सलमान रुश्दी पर न्यूयॉर्क के बफेलो के पास चौटाउक्वा में एक कार्यक्रम के दौरान हमला किया गया। सलमान रुश्दी को 10-15 बार चाकू घोंपकर घायल किया गया है। गर्दन और धड़ में छुरा घोंपने के बाद घंटों की सर्जरी के बाद फिलहाल सलमान रुश्दी वेंटिलेटर पर हैं।
फिलहाल न्यूयॉर्क पुलिस ने हमलावर को हिरासत में ले लिया है। हमले में घायल सलमान रुश्दी को हेलीकॉप्टर के जरिए अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका इलाज चल रहा है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सलमान रुश्दी के एजेंट एंड्रयू वायली ने शुक्रवार शाम 7 बजे से कुछ समय पहले उनकी हेल्थ अपडेट दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि लेखक सलमान रुश्दी वेंटिलेटर पर हैं और बोल नहीं सकते।
जानें क्या है पूरा मामला
Salman Rushdie: भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक 75 वर्षीय सलमान रुश्दी को उनकी एक किताब ‘द सैटेनिक वर्सेज’ 1988 में आई थी तब से उनको धमकियां मिलती रही हैं। इस उपन्यास को कुछ मुसलमानों ने पैगंबर मोहम्मद का अपमान माना था। तभी से ईरान में इस बुक को प्रतिबंधित किया गया है। इस बुक पर इस्लाम के प्रति ईशनिंदा करने का आरोप लगाया गया है। कई ईरानी नेताओं ने उनके सिर पर इनाम पर रखा था।
दरअसल इस किताब का टाइटल एक विवादित मुस्लिम परंपरा के बारे में था। इस बुक के आते ही पूरी दुनिया में प्रदर्शन शुरू हो गए थे। जिसके बाद इस किताब को कई देशों में प्रतिबंधित कर दिया गया था। इस बुक को लेकर जहां सलमान रुश्दी को जान से मारने की धमकियां मिलती रही हैं वहीं इस उपन्यास के जापानी ट्रांसलेटर की हत्या कर दी गई थी। इतना ही नहीं, इस बुक के पब्लिशर पर भी हमला किया था।