अधिक शारीरिक मेहनत के बाद थकान या कमजोरी महसूस होना स्वाभाविक है। लेकिन कई लोग बिना शारीरिक या मानसिक मेहनत के भी हर समय थकान, कमजोरी महसूस करते हैं। यह शरीर में कुछ खास विटामिन्स की कमी का संकेत हो सकता है। जब शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती है, तो व्यक्ति जल्दी थक जाता है, उसे हर समय कमजोरी महसूस होती है और हाथ-पैरों में दर्द होने लगता है। हमारे रोज़ के खानपान से पोषक तत्वों की सही मात्रा हमें न मिले जिसकी वजह से थकान जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन द्वारा किए गए अध्ययन से पता चला है कि ऊपरी तौर पर सेहतमंद दिखने वाले करीब 50 फीसदी भारतीय वयस्क विटामिन बी की कमी का सामना करते हैं। डॉक्टर द्वारा बताए गए उचित मल्टीविटामिन वाले सप्लीमेंट लेने से आपके खाने में होने वाली पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में मदद मिल सकती है।
जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे हमारे शरीर में बहुत सारे बदलाव आते हैं। कुछ बदलाव बहुत ही साफ तौर पर दिखाई देते हैं जबकि कुछ बदलाव मामूली होते हैं। विटामिन की कमी के नुकसान क्या हैं? इसकी कमी से हड्डियां सिकुड़ने लगती हैं, मांसपेशियां कमज़ोर होने लगती हैं, त्वचा शुष्क और ढीली पड़ने लगती है और हमारे बाल पतले होने लगते हैं।
विटामिन की ज्यादा जरूरत किसे? डॉक्टर के अनुसार, जिन लोगों में पोषक तत्वों की कमी का खतरा ज़्यादा होता है उनमें वृद्ध लोग, गर्भवती महिलाएं और कुअवशोषण (malabsorption) से पीड़ित लोग होते हैं। कुछ खास दवाएं लेने से भी पोषक तत्वों की कमी का खतरा बढ़ सकता है।
मल्टीविटामिन बीमारियों को दूर सकता है
विटामिन और मिनरल ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो हमारे शरीर में अहम भूमिका निभाते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं आप सेहतमंद बने रहें। मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स लेने से सेहत संबंधी लाभ मिल सकते हैं। मल्टीविटामिन का मुख्य काम हमारे खानपान में होने वाले पोषक तत्वों की कमी को पूरा करना और हमें विटामिन ए, सी, डी, ई और के जैसे पोषक तत्व और कैल्शियम, मैग्नीशियम, क्रोमियम, ज़िंक, सेलेनियम, आयरन और पोटेशियम जैसे मिनरल तत्व उपलब्ध कराना।
मल्टीविटामिन के फायदे
सही मल्टीविटामिन लेने से ऊर्जा के स्तर में बढ़ोतरी होने, आपके नर्वस सिस्टम को सेहतमंद बनाने और प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाने जैसे कुछ लाभ मिलते हैं। महामारी के दौरान भी कुछ विटामिन और ज़िंक जैसे मिनरल के महत्व के बारे में पता चला जिनकी ज़रूरत संक्रमण से मुकाबला करने और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पड़ती है। कमी की वजह से कुछ परेशानी वाले लक्षण देखने को मिल सकते हैं जैसे कि एकाग्रता की कमी, थकान, बांह और पैरों में दर्द और सून्नपन।
जिंक इम्यून सिस्टम के लिए जरूरी
विटामिन बी1 (थियामिन), विटामिन बी6 (पाइरीडॉक्सिन) और विटामिन बी12 (कोबलामिन) सेहतमंद नर्वस सिस्टम को बनाए रखने के लिए ज़रूरी होते हैं। इसके अलावा ज़िंक, क्रोमियम, और सेलेनियम जैसे मिनरल हमारी प्रतिरोधक प्रणाली को सेहतमंद बनाने के लिए ज़रूरी होते हैं।
इस बात का रखें ध्यान
हालांकि, मल्टीविटामिन हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह से ही लेना चाहिए। हर विटामिन सप्लीमेंट सभी के लिए नहीं बनाए गए हैं, कई बार गलत तरीके से सप्लीमेंट से फायदे के बजाय नुकसान ज़्यादा होते हैं। यह सुझाव दिया जाता है कि आप अपने पोषक तत्वों की जांच कराएं और डॉक्टर द्वारा बताई गई मल्टीविटामिन की सही डोज़ लें।
विटामिन बी है बहुत जरूरी
विटामिन बी की कमी का असर बहुत ज़्यादा हो सकता है क्योंकि इसकी ज़रूरत खाने से ऊर्जा लेने में शरीर की मदद करने में होती है। इसके अलावा नर्वस सिस्टम और त्वचा को सेहतमंद रखने के लिए भी यह ज़रूरी होता है। विटामिन बी9 (फोलिक एसिड) और विटामिन बी12 (कोबलामिन) की ज़रूरत सेहतमंद रेड ब्लड सेल्स बनाने के लिए होती है और इसकी कमी की वजह से एनीमिया होता है।