: हमेशा चुनावी मोड में रहने वाली बीजेपी और हर चुनाव से पहले एक्टिव हो जाने वाली कांग्रेस अभी महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावी नतीजों का इंतजार ही कर रही थी कि इन दोनों से एक कदम आगे निकलते हुए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है.
बीजेपी और कांग्रेस पर मनोवैज्ञानिक बढ़त बनाते हुए केजरीवाल ने जिन 11 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, वो आम आदमी पार्टी से ज्यादा बीजेपी और कांग्रेस के लिए बेहद खास रहे हैं, लिहाजा इस लिस्ट पर बीजेपी और कांग्रेस की भी नजर बनी हुई है.क्या है पूरा मामला?
दरअसल 21 नवंबर को ही अरविंद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के 11 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करके एक तीर से दो शिकार कर लिए हैं. उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करके केजरीवाल ने इस बात का भी ऐलान कर दिया है कि उन्हें दिल्ली के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की कोई जरूरत नहीं है और वो अकेले ही इस चुनावी समर में उतरने को तैयार हैं. केजरीवाल का दूसरा मैसेज बीजेपी के लिए है कि भले ही बीजेपी खुद को चुनाव जीतने की मशीन बताती हो, लेकिन बात दिल्ली की आएगी तो पहली चाल केजरीवाल की ही होगी
.वहीं अगर बात 11 उम्मीदवारों की है तो उम्मीदवारों में से 6 उम्मीदवार ऐसे हैं, जो इतिहास में या तो बीजेपी का हिस्सा रहे हैं या फिर कांग्रेस के सदस्य रहे हैं. इस मामले में अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों का ही ध्यान रखा है और दोनों ही पार्टियों का हिस्सा रह चुके तीन-तीन नेताओं को चुनाव में झाड़ू थमा दी है.पहले थे बीजेपी नेता और केजरीवाल ने बनाया प्रत्याशीबीजेपी का कमल छोड़कर केजरीवाल के झाडू के साथ आए ब्रह्म सिंह तंवर, बीबी त्यागी और अनिल झा अब आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी हैं. ब्रह्म सिंह तंवर दक्षिण दिल्ली और दिल्ली देहात में बीजेपी का बड़ा चेहरा थे, जो तीन बार विधायक रहे थे. लेकिन केजरीवाल के साथ आने के बाद वो छतरपुर से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हैं.
वहीं पूर्वी दिल्ली नगर निगम के मेयर रह चुके बीबी त्यागी को आप ने लक्ष्मीनगर विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है, जो बीजेपी में रहते हुए लक्ष्मीनगर से विधानसभा का चुनाव हार गए थे. अनिल झा बीजेपी के टिकट पर किराड़ी से दो बार के विधायक रहे हैं. इस बार उनकी सीट तो वही पुरानी है लेकिन पार्टी अब आम आदमी पार्टी है. कांग्रेस के नेता भी AAP के हो लिएअगर बात कांग्रेस की करें, तो कांग्रेस के भी तीन कद्दावर नेता अब आम आदमी पार्टी का हिस्सा हैं, जिन्हें अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपना उम्मीदवार बनाया है. इनमें पहला नाम है जुबैर चौधरी का, जो सीलमपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.
उनके पिता मतीन चौधरी कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे हैं, जिन्होंने सीलमपुर से ही पांच-पांच बार विधानसभा का चुनाव जीता था. कांग्रेस के ही नेता रहे चुके सुमेश शौकीन दिल्ली देहात से दो बार के विधायक थे और अब वो झाड़ू के निशान पर मटियाला से चुनाव लड़ रहे हैं.कांग्रेस के एक और कद्दावर नेता रहे हैं वीर सिंह धींगान, जो सीमापुरी से तीन बार विधायक रहे हैं. और अब वो आप में शामिल होकर फिर से सीमापुरी से चुनाव लड़ रहे हैं. बाकी तो अरविंद केजरीवाल ने 2020 में चुनाव हार चुके दीपक सिंगला को विश्नास नगर से, सरिता सिंह को रोहतास नगर से और राम सिंह नेताजी को बदरपुर से अपना उम्मीदवार बनाया है. घोंडा सीट से गौरव शर्मा और करावल नगर से मनोज त्यागी आप के उम्मीदवार हैं.बाकी तो ये पहली लिस्ट है आप की. अभी 59 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान बाकी है. रही बात बीजेपी और कांग्रेस की तो शायद 23 नवंबर को महाराष्ट्र-झारखंड के नतीजे आने के बाद वो भी अपने उम्मीदवारों का ऐलान करें.