नई दिल्ली:- सर्दियों की शुरुआत के इस दौर में देश के ज्यादातर इलाकों में हर उम्र के लोगों में सर्दी, ज़ुकाम,बुखार और खांसी जैसी समस्याओं के मामले काफी ज़्यादा बढ़ जाते हैं. जानकार बताते हैं कि मौसम के इस काल में तापमान में बदलाव के कारण शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली थोड़ी कमजोर हो जाती है. जिससे वायरस या बैक्टीरिया जनित संक्रमण को लेकर शरीर ज्यादा संवेदनशील हो जाता है और संक्रमण के प्रभाव में आने की आशंका बढ़ जाती हैं. विशेषकर इस मौसम में बच्चों और बुजुर्गों के संक्रमण के चपेट में आने की आशंका ज्यादा बढ़ जाती हैं क्योंकि उनकी इम्यूनिटी अपेक्षाकृत कमजोर होती है. ऐसे में कुछ घरेलू नुस्खे तथा सावधानियां हैं जिन्हे अपने नियमित आहार व व्यवहार में अपनाकर ना सिर्फ शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करने में मिल सकती है बल्कि संक्रमण के प्रभाव में आने की आशंका को भी काफी कम किया जा सकता है. और मजे की बात यह है कि इन ज्यादातर नुस्खों में इस्तेमाल होने वाली चीजों के लिए हमें बाजार जाने की जरूरत भी नहीं है बल्कि ये हमें हमारे घर विशेषकर रसोई में ही मिल जाते हैं.
क्या कहते हैं चिकित्सक : इंदौर मध्य प्रदेश के प्राकृतिक चिकित्सक तथा वैद्य राम कुमार चौहान बताते हैं कि मौसम परिवर्तन के दौरान संक्रमण का खतरा अधिक होता है, खासकर तब जब शरीर को ठंडी और गर्म परिस्थितियों के बीच बार-बार बदलाव का सामना करना पड़ता है. Naturopath and Vaidya Ram Kumar Chauhan बताते हैं कि मौसम के इस संधिकाल में वैसे तो हर उम्र के व्यक्ति के संक्रमण के प्रभाव में आने की आशंका बढ़ जाती लेकिन विशेषतौर पर छोटे बच्चे तथा बुजुर्ग मौसम के प्रभाव में ज्यादा जल्दी आते हैं, जिसका एक मुख्य कारण उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना होता है. इस मौसम में स्वास्थ्य को लेकर थोडा ज्यादा सचेत रहने की जरूरत होती हैं खासतौर पर उन लोगों के लिए जो जल्दी जल्दी बीमार पड़ते हैं, किसी बीमारी से हाल ही में ठीक हुए हैं या किसी ऐसे रोग का शिकार हैं जिसके चलते उनकी इम्यूनिटी कम हो गई है.
कैसे करें बचाव : Vaidya Ram Kumar Chauhan बताते हैं कि इस समय शरीर को हाइड्रेट रखने, पौष्टिक आहार का सेवन करने, अच्छी नींद लेने, नियमित दिनचर्या में व्यायाम को समय देने तथा स्वच्छता बनाए रखने के साथ अन्य तमाम परहेज तथा सावधानियों का पालन करना बहुत जरूरी है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत बनी रहे और अलग-अलग प्रकार के संक्रमण व अन्य मौसम जनित समस्याओं से बचाव हो सके. इसके अलावा कुछ ऐसे नुस्खे भी हैं जिनके सेवन से इम्यूनिटी को मजबूत करने तथा अन्य समस्याओं से बचाव में मदद मिल सकती हैं. जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं.
अदरक और शहद का सेवन: अदरक में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुण होते हैं जो सर्दी-जुकाम से राहत दिलाते हैं. एक चम्मच अदरक के रस में शहद मिलाकर दिन में दो बार सेवन करने से गले की खराश और कफ से राहत मिलती है.
तुलसी और अदरक की चाय: तुलसी और अदरक का मिश्रण सर्दी और खांसी में बहुत लाभकारी होता है. तुलसी की पत्तियों और अदरक को पानी में उबालकर इसका सेवन करने से सर्दी-जुकाम के लक्षणों में कमी आती है.
लौंग और काली मिर्च का उपयोग: लौंग और काली मिर्च में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो गले में संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं. इन्हें चाय में मिलाकर या एक लौंग चबाकर सेवन करने से राहत मिलती है.
भाप लेना: बंद नाक और गले की समस्याओं के लिए भाप लेना एक बहुत ही प्रभावी उपाय है. एक बड़े बर्तन में गर्म पानी में नीलगिरी का तेल मिलाकर भाप लेने से सांस की नली साफ होती है और कफ में आराम मिलता है.
विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन: विटामिन सी इम्यूनिटी को बढ़ाता है. संतरा, नींबू, आंवला जैसे फलों का सेवन करने से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है और संक्रमण से बचाव होता है.
हल्दी वाला दूध : आयुर्वेद के मुताबिक सर्दियों की शुरुआत में होने वाले सर्दी-जुकाम जैसे संक्रमण से बचाने में दादी-नानी के कुछ नुस्खे बहुत ही लाभकारी हो सकते हैं. जैसे एक गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीने से शरीर में गर्माहट आती है और संक्रमण का खतरा कम होता है. हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक तत्व में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं.
इनके अलावा कुछ अन्य सावधानियां भी हैं जिन्हे अपने व्यवहार में अपनाने से किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचाव में मदद मिल सकती हैं. जिनमें से कुछ प्रकार हैं.
साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और बाहर से आने के बाद हाथ धोएं.
ठंडी चीजों के सेवन से बचें, खासकर आइसक्रीम और ठंडे पेय.
ठंड और गर्म के बीच अचानक बदलाव से बचें, जैसे एसी से बाहर निकलते समय सावधानी बरतें.
बच्चों को हमेशा गर्म कपड़े पहनाकर रखें और उनके खानपान का ध्यान रखें.
यदि आपके आसपास कोई संक्रमण के प्रभाव में हैं तो मास्क पहने और उससे दूरी बनाकर रखने का प्रयास करें.